कामेश्वरी भूतनी साधना

भारत के प्राचीन काल में राजा और महाराजा कामेश्वरी भूतनी साधना करके अपनी कामना पूर्ति करते थे,कामना पूर्ति के लिए साधक कामेश्वरी भूतनी की साधना करता हे,साधक को पत्नी के रूप में कामेश्वरी भूतनी की साधना करनी चाहिए,

कामेश्वरी भूतनी साधना एक पूर्ण रूप से धार्मिक और तांत्रिक साधना होती है, जिसका मुख्य उद्देश्य भगवती कामेश्वरी की कृपा और आशीर्वाद प्राप्त करना होता है। कामेश्वरी देवी कामना और प्रेम की देवी मानी जाती हैं और इस साधना के माध्यम से भक्त उनके पास कामनाओं को पूरा करने के लिए उनकी कृपा प्राप्त करते हैं।

कामेश्वरी भूतनी साधना को ध्यान, मंत्र जाप, और यज्ञों के माध्यम से किया जा सकता है। यह साधना विशेष रूप से तांत्रिक प्रयोगों के तहत की जाती है साधक को निष्कलंक भक्ति और साधना के साथ सत्यकाम, श्रद्धा, और समर्पण की भावना रखनी चाहिए।

कृपया ध्यान दें कि तांत्रिक साधनाओं को समझने और करने के लिए विशेष ज्ञान और मार्गदर्शन की आवश्यकता होती है, और यह किसी अनुषासन और सावधानी के बिना किया जाने वाला काम नहीं है। साधना को निष्कलंक और श्रद्धापूर्ण भाव से करना चाहिए और समर्पण के साथ इसका पालन करना चाहिए।

कामेश्वरी भूतनी साधना

मंत्र

ॐ ह्रों कृ कृ कृ कटु कटु ॐ कामेस्वरी कृ कृ कृ ॐ श्र:

साधन विधि-

रात्रि  के  समय  मातरुगृह  में  जाकर मत्स्य,मांस अर्पण कर पूर्वोक्त विधि से मन पर बना एक सहस्त्र संख्या  में  जाप करे इस प्रकार सात दिन जाप करे भूतनी  प्रसन्न होकर साधक के समीप आती है। उस समय  साधक  को भक्तिपूर्वक अधर्य देना चाहिए । जब  देवी प्रसन्न होकर साधक को यह प्रश्न करे कि तुम्हारी क्या आगना है। उस समय साधक को उससे कहना चाहिए-तुम  मेरी पत्नी हो जाओ । ये सुनकर कामेस्वरी  साधक  पर  प्रसन्न होकर  पत्नी रूप में  उसके  सब  मनोरथ  को  पूरा  करती  है  या इसे राज्याधिकार भी प्रदान करती हे।

इस तरह साधक कामेश्वरी भूतनी साधना करके उसकी सिद्धि प्राप्त कर सकता हे और कामना पूर्ति कर सकता हे.

यह भी पढ़े

बंधन तोड़ने का मंत्र

चौकी खोलने का मंत्र

आशो महेतारानी साधना

डेढ़ फुटिया की साधना

प्रचंड वशीकरण

Spread the love

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here