जीस भी जातक पर चन्द्र ग्रह का अनिष्ट प्रभाव हो तो उस जातक को इस मंत्र का जाप अवश्य करना चाहिए,इस मंत्र के जाप से साधक का मनोबल मजबूत होता हे उसका आत्मविश्वास बढ़ता हे और हर काम में सफलता मिलती हे,

चन्द्र ग्रह का अनिष्ट प्रभाव दूर करने के इस मंत्र का जाप कैसे करते हे और इसको सिद्ध कैसे करते हे उसके बारे में विस्तार से चर्चा करते हे.

चन्द्र ग्रह का अनिष्ट

मंत्र

ॐ श्रां श्रीं श्रौं सः चन्द्रमसे नमः ।

विधि :

इस मन्त्र का ११००० (कलियुग में ४४ हजार) जाप सोमवार को संध्या काल को हवन आदि से करें  मंत्र का जाप आप कोई भी माला से कर सकते हो ही सके तो रुद्राक्ष की माला से जाप करे,उपर्युक्त मंत्र का ११००० जाप करने का विधान हे और इस जाप को आप ७ दिन या ११ दिन में पूर्ण कर सकते हो,

जब तक आप साधना कर रहे हो यानि की जाप जब तक कर रहे हो उतने दिन तक ब्रह्मचर्य का पालन करे,नाख़ून और बाल को न कटवाए,जमीन पे शयन करे और जितने दिन तक साधना करे उतने दिन कुवारी कन्या को भोजन कराये और अपनी शक्ति अनुसार उसको दान करे,

इस मंत्र के जाप से आप खुद ही इसका असर देखने लगेंगे आपके जीवन में परिवर्तन आने लगेंगे,आपके बिगड़े कार्य होने लगेंगे,आपका आत्मविश्वास बढ़ जायेगा,

आप इस मंत्र के जाप से पूर्व गणेशजी की एक माला और अपने गुरु की एक माला कर सकते हे,अगर आपने गुरु धारण नहीं किया हे तो आप श्री गोरखनाथ की एक माला कर सकते हे क्योकि गोरखनाथ की एक माला करने से आपको मंत्र में सिद्धि तुरंत मिल सकती हे,क्योकि शाबर मंत्र के रचयिता गोरखनाथ हे इसलिए पहले उसका जाप करना जरुरी हे,

इस तरह आप चन्द्र ग्रह का अनिष्ट प्रभाव इस मंत्र से दूर कर सकते हो.

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नरसिंह मोहिनी 

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