आज में आपको अनुभव सिद्ध मंत्र देने वाला हु जिसका अनुभव मेने किया हे और ये मंत्र गुरुमुखी मंत्र हे और इसको सिद्ध करने की विधि भी गुरुमूखी और शाबरी हे,इस बिच्छू काटने का मंत्र से आप जनहित के कार्य कर सकते हो और लोगो के आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हो,
मेरे पास बिच्छु का जहर उतारने का मंत्र हे और बिच्छू का जहर चढाने का भी मंत्र हे पर में आपको वो मंत्र नहीं दूंगा सिर्फ आपको बिच्छु का जहर उतारने का मंत्र ही दूंगा ताकि आप जनहित के कार्य कर सको और दुसरो के दुःख का निवारण कर सको,
तो चलिए विस्तार से जानते हे बिच्छू काटने का मंत्र कैसे सिद्ध होता हे और उसका विधि विधान क्या हे उसके बारे में विस्तार से चर्चा करते हे,
मंत्र
ॐ बिच्छू का बिष दूर हो, आराम भर पूर हो ।
हनुमान की लगै दुहाई, विष को खाय कालका
माई। जारे जारे विष जल्दी से उड़ जा ।
विधि
पूर्ण मासी की अर्द्ध-रात्रि को निर्जन स्थान में बैठ कर २१ अंगूरों को ले और हर एक अंगूर को ले और हर एक अंगूर पर सात बार यह मंत्र पढ़े। तत्पश्चात् उन अंगूरों को किसी फकीर को खिला दे तो बिच्छू काटे का मंत्र सिद्ध हो जायगा।
प्रयोग
जब किसी मनुष्य को कोई बिच्छू काट खाय तो उस बिच्छू ने काटा है एक लाल दियास लाई को मसाले की ओर से उपर्युक्त मंत्र पढ़ता हुआ घिसे। जब एक बार मंत्र समाप्त हो जाय तो उसमें फूंक मारता जाय । १०१ बार ऐसा करने से विष उतर जायगा। आराम होने पर मंगल के दिन बन्दरों को चने डलवावें ।
इस तरह साधक बिच्छू काटने का मंत्र का प्रयोग करके बिच्छु काटे व्यक्ति का जहर आसानी से उतार सकते हो और रोगी को ठीक कर सकते हो.
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