धन की वृद्धि धन की प्राप्ति और आकस्मिक धन की प्राप्ति के लिए महालक्ष्मी स्त्रोत का पाठ करना चाहिए,इस स्त्रोत का पाठ करने से साधक के घर में धन का भंडार हमेश के लिए भरा ही रहेगा,साधक को व्यापर में वृद्धि भी होती रहेगी साधक इस स्त्रोत का पाठ घर पे और दुकान पे भी कर सकता हे,
कभी कभी इन्सान बहुत महेनत करता हे पर उसका धन नहीं टिकता और किसी न किसी वजह से उसका धन बर्बाद हो जाता हे,ऐसी परिश्थिति में भी आप महालक्ष्मी स्त्रोत का पाठ कर सकते हो,
तो चलिए विस्तार से जानते हे महालक्ष्मी स्त्रोत का पाठ कैसे करते हे उसके बारे में विस्तार से चर्चा करते हे,
सिद्ध मंत्र महालक्ष्मी –
श्री शुक्ले महा शुक्ले कमल दल निवासे श्री महालक्ष्मी नमो नमः लक्ष्मी माई सत्त की सवाई आओ चेतो करो भलाई ना करो तो सात समुद्रों की दुहाई ऋद्धि सिद्धि खगे तो नौ नाथ चौरासी सिद्धों की दुहाई ।
विधि-
दुकानदार दुकान खोले तब महादेव के थड़े अर्थात दुकान की गद्दी पर बैठके इस मंत्र की प्रथम एक माला जप ले फिर लैन दैन करै तो लाभ हो धन की वृद्धि हो ।
इस स्त्रोत का पाठ आप माता लक्ष्मी की प्रतिमा के सामने बैठकर और माता को 7 प्रकार की मिठाई अर्पित करके आपको १०८ बार जाप करना हे माता लक्ष्मी का आशीर्वाद सदा आप पे बना रहेगा,
इस तरह साधक महालक्ष्मी स्त्रोत का पाठ करके व्यापर वृद्धि धन की वृद्धि और आकस्मिक धन की प्राप्ति कर सकता हे,आप अगर कोई दुकान चलाते हो तो दुकान खोलकर आपको महा लक्ष्मी स्त्रोत का ५ बार पाठ करना चाहिए ताकि आपका व्यापार अच्छा चलेगा, माता लक्ष्मी को कमला भी कहा जाता हे और ये विधा दस महाविधा में परिगणित विधा हे माता कमला की साधना करके साधक बड़ा तांत्रिक भी बन सक्ता हे.
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