आकस्मिक मृत्यु से बचने के लिए और आनेवाली आफत से बचने के लिए साधक लघु महामृत्युंजय मंत्र का जाप कर सकता हे,मृत्युंजय मंत्र की तरह ही ये मंत्र काम करता हे ये मंत्र हर कार्य करने में सक्षम हे बस आपको संकल्प लेकर मंत्रजाप करना हे,
तो चलिए विस्तार से जानते हे लघु महामृत्युंजय मंत्र कैसे सिद्ध किया जाता हे और उसका प्रयोग कैसे किया जाता हे उसके बारे में विस्तार से चर्चा करते हे,
जो लोग मृत्युंजय मंत्र का जाप नहीं कर सकते, उनके लिए लघु मृत्युंजय मंत्र का विधान बताया गया है। रात को ९ बजे के बाद लघु महामृत्युंजय मंत्र का जाप करते हुए भगवान शिव पर दूध मिश्रित जल चढ़ाने से बड़े से बड़ा रोग और संकट भी टल जाता है।
मंत्र
ॐ जूं सं:
ये मंत्र संकट और आकस्मिक मृत्यु से रक्षा करने का तीव्र मंत्र है। यह मंत्र भगवान शिव के मृत्युंजय रूप से जाना जाता है और उनकी कृपा से संकट और मृत्यु से बचने में सहायक होता है।
लघु महामृत्युंजय मंत्र:
ॐ हौं जूं सः।
ओं त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्।
उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात्॥
यह मंत्र विशेष अवसरों पर जपा जाता है, जैसे जब किसी को गंभीर संकट हो या आकस्मिक मृत्यु का सामना करना पड़े। इस मंत्र का नियमित जाप करने से व्यक्ति को भय और अशांति का अनुभव कम होता है और उन्हें आत्मविश्वास की प्राप्ति होती है।
ध्यान रखें कि यह मंत्र किसी चिकित्सा उपचार के बदले नहीं आता है और न ही किसी का नुकसान पहुंचाता है, इसलिए आध्यात्मिक उन्नति के लिए इसका उपयोग करें। संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लेना सुरक्षित होता है, विशेष रूप से यदि आपको किसी संबंधित धार्मिक प्रक्रिया की जानकारी चाहिए।
इस तरह साधक संकट और आकस्मिक मृत्यु से बचने के लिए लघु महामृत्युंजय मंत्र का जाप कर सकता हे.
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