कलियुग का युग बहुत ही खतरनाक माना जाता हे कई साधना ऐसी होती हे जिसको करने से साधक को सफलता हासिल नहीं होती,पर में आपको इस पोस्ट के जरिये जल्द ही सिद्धि प्राप्त कर सके ऐसी साधना बताने वाला हु कलियुग के सिद्धिप्रद मंत्र बताने वाला हु जिसका प्रयोग और साधना करके आप सिद्धि हासिल कर सकते हो,
कलियुग में भगवान की भक्ति और मोक्ष के लिए विभिन्न मंत्र और मंत्राणि प्रयोग किए जा सकते हैं। यह किसी एक मंत्र का सर्वश्रेष्ठ होने के संदर्भ में सम्भव नहीं है, क्योंकि यह विशेष व्यक्ति की आस्था, धार्मिक प्राथमिकताएँ, और आवश्यकताओं पर निर्भर करता है।
कलियुग में विभिन्न मंत्रों का जाप किया जा सकता है, जैसे कि “ॐ नमः शिवाय” (Shiva Mantra), “हरे कृष्ण हरे राम” (Hare Krishna Mantra), “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय” (Vishnu Mantra), “ॐ मणि पद्मे हूँ” (Avalokiteshvara Mantra), आदि। ये मंत्र व्यक्ति के आध्यात्मिक उन्नति और मुक्ति की प्राप्ति में मदद कर सकते हैं, लेकिन सर्वश्रेष्ठ मंत्र का चयन व्यक्ति के विशेष आवश्यकताओं और आस्थाओं पर निर्भर करेगा।
धार्मिक ग्रंथों और गुरुओं की मार्गदर्शन के आधार पर व्यक्ति वह मंत्र चुन सकता है जो उनके लिए सबसे उपयुक्त होता है। अधिकांश लोग विशेष गुरुओं या साधुओं के मार्गदर्शन में आकर अपने साधना के लिए मंत्र का चयन करते हैं।
एकाक्षर के मंत्र, दो व तीन अक्षर वाले मंत्र, तीन प्रकार के नृसिंह मंत्र, एकाक्षर अर्जुन मंत्र, दो प्रकार के चिंतामणि मंत्र, क्षेत्रपाल मंत्र, यक्षाधिपति भैरव के मंत्र, गणेश मंत्र, चेटका मंत्र, यक्षिणी मंत्र, मातंगी मंत्र, सुन्दरी मंत्र, श्यामा मंत्र, तारा मंत्र, कर्णपिशाची मंत्र, शवरी मंत्र, एकजटा मंत्र, वामा मंत्र, काली मंत्र, नील सरस्वती मंत्र, त्रिपुरा मंत्र और कालरात्रि मंत्र कलियुग में सिद्ध होते हैं।
कलियुग के सिद्धिप्रद मंत्र में से आप भैरव के मंत्र नरसिंह के मंत्र और हनुमानजी के मंत्र की सिद्धि तुरंत हासिल कर सकते हो,इस कलियुग में काले जादू सीखना बहुत आसान हे,पर में सब साधक मित्रो से विनंती करता हु की आप ऐसी साधना करो जिससे दुखी इन्सान का दुःख दूर कर सको और भलाइ का कार्य कर सको,
इस तरह साधक सुखी जीवन के लिए कलियुग के सिद्धिप्रद मंत्र सिद्ध करके सिद्धि हासिल कर सकता हे और दुसरे का दख दूर कर सकता हे.
यह भी पढ़े