कांचन माला अप्सरा

कांचन माला अप्सरा की साधना कुछ खास निति नियम के आधीन में रहेकर करनी पड़ती हे और गुरु की देखरेख उसके मार्गदर्शन में रहेकर साधना करनी पड़ती हे,धन दौलत और ऐश्वर्य की प्राप्ति के लिए साधक कांचन माला अप्सरा की साधना करता हे, इस साधना के सम्पूर्ण निति नियम आज में आपको बताने वाला हु इसका अनुसरण करके ही आप साधना का प्रारम्भ करे,

तो चलिए विस्तार से जानते हे कांचन माला अप्सरा साधना कैसे की जाती हे और उसका विधि विधान क्या हे उसके बारे में विस्तार से चर्चा करते हे,

कांचन माला अप्सरा साधना का उद्देश्य धन, दौलत, और ऐश्वर्य प्राप्ति होता है। यह एक पौराणिक तांत्रिक साधना है और इसका सटीक विधान जानकारी और गुरु के मार्गदर्शन के साथ किया जाना चाहिए।

साधना की पूरी प्रक्रिया विशेष ध्यान और साधना के लिए समर्पित स्थान पर की जाती है। निम्नलिखित तरीके से यह साधना की जा सकती है:

कांचन माला अप्सरा

गुरु का चयन:

आपको इस साधना के लिए एक अनुभवी गुरु का साथ रखना चाहिए जो आपको साधना की प्रक्रिया और मंत्रों की विशेषता के साथ मार्गदर्शन कर सकता है।

व्रत:

आपको विशेष ध्यान और व्रत का पालन करना होगा। यह व्रत आपकी शुद्धि को बढ़ाएगा और साधना को साफ-सफाई देगा।

मंत्र:

गुरु के मार्गदर्शन के साथ, आपको कांचन माला अप्सरा साधना के विशेष मंत्रों का उच्चारण करना होगा।

यज्ञ और पूजा:

साधना के दौरान आपको विशेष यज्ञ और पूजा करना होगा जिससे आप अप्सरा के प्रति आपकी आदर और भक्ति जाहिर कर सकें।

साधना की समय ग्रंथी:

यह साधना किसी विशेष समयग्रंथी में की जाती है, जिसमें आपको विशेष मानसिक और भौतिक साधना करना होगा।

नदी के संगम पर साधना करनि पड़ती है तथा सभी इच्छाएं पूर्ण करती हैं।

मंत्र

‘ॐ श्री कांचन माले आगच्छागच्छ  स्वाहा।’

मंत्र को सिद्ध करने का विधि विधान

आज में आपको इस पोस्ट में जो विधि विधान बताने वाला हु वो शाबरी विधि हे,मेने जो ऊपर निति नियम बताये हे उसका आपको अनुसरण करना जरुरी हे,साधना करने से पूर्व आपको कूलदेवता यानि की इष्ट देव की आगया लेनी पड़ती हे,गुरु का मार्गदर्शन लेना जरुरी हे और उसकी देखरेख में साधना करना जरुरी हे,११ दिन,२१ दिन या ४१ दिन का संकल्प लेकर आप गुरु के बताये गई विधि विधान का अनुसरण करके साधना को सम्पन्न करे,

विधि २

में यहाँ जो विधि बताने वाला हु वो विधि मेरे गुरु की विधि हे इसका अनुसरण करके भी आप कांचन माला अप्सरा की सिद्धि प्राप्त कर सकते हो,ब्रह्म्मुर्हुत में उठकर स्वच्छ और स्नानादिक होकर नदी तट पर जाकर अपनी चारो तरफ सुरक्षा घेरा बनाकर और फिर गणेश पूजन करे और शिव पूजन करे फिर चन्दन की माला से उपर्युक्त मंत्र की २१ माला करे ये विधि लगातार ४५ दिन तक करे ऐसा करने से साधना सफल हो जाएगी यानि की कांचन माला अप्सरा सिद्ध हो जाएगी,

इस तरह साधक कांचन माला अप्सरा की सिद्धि प्राप्त कर सकता हे.

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