कामख्या सिंदूर का महत्व बहुत खास माना जाता हे इस सिंदूर का प्रयोग हर एक तंत्र क्रिया करने में इस्तेमाल किया जाता हे ज्यादातर तांत्रिक लोग इस कामाख्या सिन्दूर प्रयोग वशीकरण कार्य करने के लिए करते हे, इस प्रयोग से वशीकरण बहुत ही तीव्र गति से कार्य करता हे,
तो चलिए विस्तार से जानते हे कामाख्या सिन्दूर प्रयोग कैसे किया जाता हे और उसका विधि विधान क्या हे उसके बारे में विस्तार से चर्चा करते हे,
कामाख्या में एक विशेष प्रकार के सिंदूर को कामिया सिंदूर कहा जाता है यह अन्यत्र कहीं नहीं मिलता है मान्यता है कि सुहागिनें इस सिंदूर को लगाएँ तो अखंड सौभाग्य को प्राप्त करतीं हैं यदि इसे अभिमंत्रित कर दिया जाए तो इसके चमत्कारी प्रभाव से दैनिक जीवन में आने वाली किसी भी समस्या का निदान किया जा सकता है इसे अभिमंत्रित करने की विधि सरल है तथापि नियम-निष्ठा का अनुपालन आवश्यक है।
कामख्या सिंदूर प्रयोग:
कामाख्या सिंदूर को अभिमंत्रित करने के लिए शुक्रवार से पूजा प्रारम्भ करें चांदी के ढक्कन लगे पात्र में कामिया सिंदूर(कामख्या सिंदूर) भरकर अपने सम्मुख रखें, तथा निम्नलिखित मंत्र का १०८ जाप करें।
मंत्र
कामाख्याये वरदे देवी नीलपर्वतावासिनी|
त्व देवी जगत माता योनिमुद्रे नमोस्तुते|
अगले सात दिन तक निरंतर इस विधि से पूजा तथा जाप करें। इस पूजा के लिए लाल आसन पर बैठें तथा स्वयं भी लाल वस्त्र धारण करें।
प्रयोग:
अभिमंत्रित सिंदूर चुटकी भर लेकर उसमे केसर, गंगाजल चन्दन उसी अनुपात में मिश्रित करें तथा कामाख्या मंत्र २१ बार जाप करें। ( मंत्र लेख के प्रथम अंश कामाख्या मंत्र साधना में वर्णित है।
जाप के बाद केसर, गंगाजल आदि मिश्रित सिंदूर से तिलक लगा लें। तिलक लगाते ही आपमें सम्मोहन की शक्ति आ जाती है। जो भी आपको देखेगा वह वशीभूत हो जाएगा।
कामख्या सिंदूर प्रयोग
कामिया सिंदूर लेकर सर्वप्रथम विधि-विधान से पूजन करें, तत्पश्चात निम्नलिखित मंत्र का निरंतर ११ रविवार तक १०८ बार जाप करें –
हथेली में हनुमंत बसै, भैरु बसे कपार।
नरसिंह की मोहिनी मोहे सब संसार, मोहन रे मोहनता वीर सब वीरन में तेरा सीर , सबकी नज़र बांध दे तेल सिंदूर चढ़ाऊँ तुझे, तेल सिंदूर कहाँ से आया? कैलास पर्वत से आया कौन लाया?
अंजनी का हनुमंत, गौरी का गणेश लाया। काला गोरा तोतला तीनों बसे कपार दुहाई कामिया सिंदूर की हमें देख शीतल हो जाए सत्य नाम आदेश गुरु की सत गुरु संत कबीर।।
कामाख्या सिन्दूर प्रयोग
मां कामाख्या के सिंदूर का प्रयोग जो भी व्यक्ति करता है वह जादू टोना ग्रह कलेश शत्रु समस्या धन समस्या सभी से मुक्ति पा लेता है इसका उपयोग मांगलिक कार्यों में भी किया जाता है कामाख्या मां का सिंदूर अत्यंत प्रभावशाली एवं सिद्ध होता है इसका उपयोग करने वाला व्यक्ति हर स्तर पर अपनी विजय प्राप्त करता है एवं जो स्त्री सिंदूर का उपयोग करती है वह जीवन सुहागिन एवं धन ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है उसको कभी निराशा का मुख नहीं देखना पड़ता उसकी कोई इच्छा अधूरी नहीं रहती उसकी विजय हर क्षेत्र में होती है।
पूजन विधि-
जातक को या किसी व्यक्ति को सिंदूर उपयोग करने से पहले सर्वप्रथम माता के प्रति विश्वास आस्था होनी अनिवार्य है एवं आपका मन शांत होना चाहिए या हर व्यक्ति को लाल वस्त्र धारण कर चांदी की डिब्बी में सिंदूर रख कर १०८ बार मंत्रों का सच्चे मन से जप करना चाहिये एवं इस क्रिया को रोजाना स्नान कर स्वच्छ होकर ७ दिनों तक निरंतर करनी चाहिए एवं सातवें दिन सिंदूर को निकाल कर २१ बार मंत्र जप कर इस को अभिमंत्रित कर लेना चहिए एवं इस अभिमंत्रित सिंदूर को हथेली में लेकर उसमे गंगाजल चंदन मिलाकर तिलक करना चाहिए इस तिलक को जो भी देखेगा वह मोहित हो जाएगा एवं आपके अंदर एक आकर्षण शक्ति उत्पन्न हो जाएगी।
इस तरह साधक कामाख्या सिन्दूर प्रयोग करके वशीकरण का कार्य कर सकता हे और दुसरे प्रयोग भी कर सकते हे.
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