आज में इस पोस्ट में राशिफल से जुडी और राशी की ढईया दूर करने के लिए असरदारक टोटका लेकर आया हु जिसको कुम्भ राशी की ढईया हे उसके लिए ये टोटका असरदार साबित होगा,
तो चलिए विस्तार से जानते हे की जिसको कुम्भ राशी की ढईया हे उसको दूर करने के लिए क्या करना चाहिए और किन किन चीजों का ध्यान रखना चाहिए उसके बारे में विस्तार से चर्चा करते हे.
निवारण
सवा पाँच किलो जौ और चालीस किलो गेहूं इन दोनों को मिला दो बीस ग्राम गुड रोजाना के लिए यह सामान घर में रखों और रोजाना के हिसाब सवा महीने तक बीस ग्राम गुड के साथ गेहूं और जौ जो मिले हुए हैं उन्हें गऊशाला में गाय को सवा महीने खिलाओ और जब अपने स्थान से दूर जाना हो और गऊशाला में न जा सके तो उस दिन के लिए गऊशाला में दे आओ जिससे तुम्हारे नाम से उस दिन गाय को खिला सकें और अन्तिम दिन सवा पाँच किला का गेहूं और जौ गुड़ इनको पकाकर खिला देवें ओर सवा 5 रु० गऊशाला में दान दे देवें। ऐसा करने से कुम्भ राशि से ढइया समाप्त हो जायेगी।
मंत्र
धर्म की गंगा मन हो जाय सतनाम
नाम गाओ प्रभु शिव का, पूर्ण हो जाय काम
धर्म की नाव जग बहे नर बन जाए सतवान
धरती पर प्रेम की फुआर चले
जैसे गंगा जी की पावन धार चले
नर का कुम्भ हार चले
सत की नाव की बोछार चले
अगम्भ बुद्धि सतवार वार चले
गंगा जी की नाव कुम्भ राशि वार चले
जो गंगा जी शक्ति को ध्याने चले
नर नारी बिछले गंगा जी पर मिल चले
जय जय गंगा जी धाम
पूर्ण हो जाय काम
इति सिद्धम्
- कुम्भ राशी की ढईया वालों को गंगा जी का ध्याना जरुरी है और घी का चिराग 5 लगाकर इस मन्त्र को 108 बार करने के बाद सम्पूर्ण जीवन कुम्भ राशि वालों को मनन करना है और गंगा जी शक्ति को मानना है। सब कार्य ग्रह दोष सब इस मन्त्र के लिए मनन से सिद्ध होंगे और मनुष्य का जीवन में सुख शान्ति धन धान्य से परिपूर्ण होंगे।
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