आज में साधक मित्रो को खेती की उपज बढाने के लिए एक शाबर मंत्र लेकर आया हु,जो लोग खेती का व्यवसाय करते हे उस व्यक्ति के लिए ये मंत्र कारगर साबित होता हे,हम सब लोग जानते हे की अच्छी फसल के लिए महेनत करना जरुरी होता हे पर कभी कभी ऐसा होता हे महेनत करने के बावजूद भी फसल ठीक से नहीं होती तब ऐसे स्थिति में आपको मंत्र तंत्र का भी सहारा लेना चाहिए,
तो चलिए विस्तार से जानते हे खेती की उपज बढाने का मंत्र कैसे प्रयोग करते हे उसके बारे में विस्तार से चर्चा करते हे.
खेती की उपज बढ़ाने के लिए, आप इस शक्तिशाली मंत्र का उपयोग कर सकते हैं:
मंत्र
“ॐ बृं बृहस्पतये नमः”
इस मंत्र का जाप करने से पहले, आपको इसे निरंतर और श्रद्धापूर्वक 108 बार पढ़ना चाहिए. यह मंत्र बृहस्पति (ग्रह गुरु) की कृपा को प्राप्त करने में मदद करेगा, जो खेती की वृद्धि और फसल की अधिक उपज के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होती है।
मंत्र का जाप करते समय, आप अपने मन में खेती और पृथ्वी देवी की कृपा का आभास करें। इसे नियमित रूप से करने से पहले, आपको शांति और स्थिरता के साथ उठना चाहिए ताकि आपका मन पूर्णतः फोकस कर सके और आप अपने उद्देश्य को समझ सकें।
यह मंत्र सिर्फ एक उपाय है और विशेष परिणामों की गारंटी नहीं देता है। इसके साथ-साथ, एक अच्छे खेती विधि, मिट्टी की तैयारी, उचित पानी प्रबंधन और प्रकृतिक रूप से मौसम और जल आपूर्ति के प्रभाव को ध्यान में रखना भी महत्वपूर्ण होगा।
मंत्र
ॐ आरिक्षीणियम् वनस्पतियायाम् नमः
बहुतेन्द्रीयम् ब्रहत् ब्रहत् आनन्दीतम् नमः
पारवितम नमामी नमः
सूर्य चन्द्र नमायामि नमः
फुलजामिणी वनस्पतियायाम् नमः
आत्मानियामानि सद् सदु नमः
ब्रम्ह विषणु शिवम् नमः
पवित्र पावन जलम नमः
पवन आदि रघुनन्दम नमः
इति सिद्धम्!!
विधि विधान
ये उपर्युक्त खेती की उपज बढाने का मंत्र बहुत ही शक्तिशाली मंत्र हे और प्राचीन मंत्र हे इस मंत्र का जाप हररोज ५१ बार करना चाहिए कम से कम उपर्युक्त मंत्र का जाप ४१ दिन तक करना चाहिए,
इस तरह साधक मित्र खेती की उपज बढाने का मंत्र का प्रयोग करके खेती की फसल बढ़ा सकता हे.
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