ज्ञान प्राप्ति के लिये साधक उचित गुरु के मार्गदर्शन में रहेकर भी ज्ञान की और विधा की प्राप्ति कर सकता हे,ज्ञान की प्राप्ति मंत्र के जरिये और गुरु के जरिये की जाती हे,
तो चलिए विस्तार से जानते हे ज्ञान की प्राप्ति के लिए मंत्र का प्रयोग कैसे करे उसके बारे में विस्तार से चर्चा करते हे,
ज्ञान प्राप्ति के लिये विभिन्न धार्मिक और योगिक पद्धतियों में मंत्रों का प्रयोग किया जाता है। मैं आपको एक सामान्य ज्ञान-प्राप्ति मंत्र के बारे में बता सकता हूँ, जिसे आप प्रयोग कर सकते हैं:
मंत्र
ॐ शांतिः शांतिः शांतिः॥
अपारं ज्ञानं आप्नोति।
ज्ञानं विज्ञानं परामार्थिकं चेति।
तस्मै श्री गुरवे नमः॥
विधि विधान
इस मंत्र का पाठ करने से पहले, ध्यान करें और मन को शांत रखें। फिर आप इस मंत्र को मनस्ताप (मनसा) या वाचा (बोलकर) जप सकते हैं। आप इसे अपनी पसंद के अनुसार रोज़ाना एक स्थिर समय में एकांत में जप सकते हैं।
यह मंत्र आपको शांति, शक्ति और ज्ञान की प्राप्ति में सहायता प्रदान कर सकता है। इसके द्वारा आप अपार ज्ञान प्राप्त कर सकते हैं और विज्ञान और परामार्थिक ज्ञान को प्राप्त कर सकते हैं। इस मंत्र का उच्चारण आपके मन को शांत और स्थिर करके, आपको ज्ञान के पथ पर अग्रसर कर सकता है।
यह एक मंत्र है और इसका प्रयोग साधारण ज्ञान-प्राप्ति के लिए किया जाता है। हालांकि, यदि आप किसी विशेष ज्ञान के लिए मंत्र का प्रयोग करना चाहते हैं, तो विशेषज्ञ और आपके गुरुजन के साथ परामर्श करना उचित होगा।
मंत्र
छिति जल पावक गगन समीरा। पंच रचित अति अधम सरीरा ॥
ऊपर दिए गई मंत्र का जाप भी साधक कर सकता हे ज्ञान प्राप्ति में सहायक मंत्र हे जिसका जाप करके आप ज्ञान प्राप्ति कर सकते हो.
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