डाढ की पीड़ा को दूर करने के लिए आप इस डाढ़ पीड़ा का मंत्र से पीड़ा को दूर कर सकते हो, कई बार डाढ में कीड़े पड़ जाते हे और इसका इलाज डॉक्टर से भी नहीं होता जब ऐसी परिश्थिति का सामना करना पड़े तब आपको मंत्र तंत्र का सहारा लेना चाहिए,
तो चलिए विस्तार से जानते हे डाढ़ पीड़ा का मंत्र कैसे सिद्ध होता हे और उसका विधि विधान क्या हे उसके बारे में विस्तार से चर्चा करते हे,
मंत्र
ॐ नमो आदेस गुरु को नौ लाख कांबरू एक बार जायं बैंठे बघल बाल गंगा जमुना सरस्वती जहां बैठे गोरख मौसम सिखर परवत से आइ काम धेनु छत्तीस सेग टलें आधा दीया पृथ्वी आधा वायु भौंरा पाहीं रणया सिसपासु बटियाम दौड़ रक्षा करें श्री रामचन्द्र हनुमंत दाल भाव रोग दोष जायं पराई सीव गुरु की शक्ति मेरी भक्ति फुरो मंत्र ईश्वरो वाचा।
विधि-
अक्षत पाणी २१ बार मंत्र के साथ निवास पर बैठे डाढ़ा काढ़ता जाय पानी के छींटे देता जाय इति ।
डाढ़ के कीड़े का मंत्र
मंत्र
सवारी में सीसी सीसी में मीची मीची में कीड़ा कीड़ा में पीड़ा कीड़ा मरे पीड़ा टरे शब्द सांचा । पिण्ड कांचा फुरो मंत्र ईश्वरो वाचा।
मंत्र को सिद्ध करने का विधि विधान
ये मंत्र डाढ़ के कीड़े का मंत्र हे अगर किसी की डाढ़ में कीड़े पड गए हे तो आप इस मंत्र की सिद्धि करके कीड़े को दूर कर सकते हो, अमावस्या के दिन उपर्युक्त मंत्र की ११ माला करके पहले सिद्ध करले फिर रोगी को उपर्युक्त मंत्र २१ बार बोलकर पानी को पिला देने से रोगी के डाढ़ के कीड़े नाबूद हो जाते हे और बिलकुल स्वस्थ हो जाता हे,
इस तरह आप डाढ़ पीड़ा का मंत्र का प्रयोग करके डाढ़ की पीड़ा को दूर कर सकते हो और डाढ़ के कीड़े को नाबूद कर सकते हो.
यह भी पढ़े