दो मित्र में वैर

आज में साधक मित्रो के लिकाला जादू करने का मंत्र लेकर आया हु, इस मंत्र की  खासियत ये हे की इस मंत्र की सिद्धि के बाद आप दो मित्र में वैर करवा सकते हो, इस मंत्र का गलत उपयोग नहीं करना चाहिए, अगर आपको कोई बिना वजह हेरान कर रहा हे तो आप इस मंत्र का प्रयोग कर सकते हो,

इस मंत्र का प्रयोग करके आप किसीका बुरा करना चाहोगे तो  आपका ही बुरा हो सकता हे इसलिए कदापि किसी भी  विधा का बुरा उपयोग ना करे,

तो चलिए विस्तार से जानते हे दो मित्र में वैर कराने के लिए इस मंत्र की सिद्धि कैसे करे और इसका प्रयोग  कैसे करे उसके बारे में विस्तार से चर्चा करते हे,

दो मित्र  में वैर

मंत्र –

ॐ ३म् नमो बीर हुं हुं नमः

विधि

घुग्घू नेत्र मंत्रि के लावे, दो मित्रन के बीच गिरावे।

दो उनके मन मैले होवें, मिटै मित्रता वैरस जोवें

तथा

घूग्घू नाक मंत्रि के लावे।

पूर्व विधि जो लिखी करावे ॥

मंत्र को सिद्ध करने का विधि विधान

ये जो मंत्र हे वो इंद्रजाल का मंत्र हे और उसको चौपाई भी बोलते हे और चौपाई के अन्दर ही इसका प्रयोग कैसे करे वो सब इसमें ही हे,

इंद्रजाल के अंतर्गत जितनी भी  विधा का समावेश किया गया हे वो सब जादूगर की विधा भी बोल सकते  हे और कुछ विधा काले जादू की भी विधा हे, इंद्रजाल की विधा ऐसी विधा हे जिसमे मंत्र चौपाई की तरह होते हे और वो सब विधि तन्त्र की  तरह ही होती हे, तंत्र विधा का प्रयोग जिस तरह होता हे उस तरह ही इंद्रजाल का प्रयोग होता हे,

इस तरह आप दो मित्र में वैर कराने के लीए आप इस मंत्र का प्रयोग कर सकते हो और आपको ये ध्यान रखना हे की इसका गलत उपयोग कदापि ना करे.

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