पुत्र प्राप्ति के लिये शास्त्रों में आपको बहुत सारे मंत्र और टोटके मिल जायेंगे पर में आज इस पोस्ट में शक्तिशाली मंत्र देने वाला हु जिसका प्रयोग करने से आपको अवश्य पुत्र की प्राप्ति होगी,
तो चलिए विस्तार से जानते हे पुत्र प्राप्ति के लिए इस मंत्र का जाप कैसे करे और उसकी विधि क्या हे उसके बारे में विस्तार से चर्चा करते हे,
पुत्र प्राप्ति के लिये विभिन्न धार्मिक और शास्त्रीय प्रयास किए जाते हैं। हालांकि, मंत्रों का प्रयोग करने से पहले महत्वपूर्ण है कि आप इन्हें किसी विशेष गुरु या पंडित के परामर्श और मार्गदर्शन के साथ करें।
मान्यता के अनुसार, निम्नलिखित मंत्र का प्रयोग पुत्र प्राप्ति के लिए किया जा सकता है:
“ॐ देवकीसुत गोविन्द वासुदेव जगत्पते। देहि मे तनयं कृष्ण त्वामहं शरणं गतः॥”
इस मंत्र का अर्थ है, “हे गोविन्द, देवकी पुत्र, वासुदेव, जगत के स्वामी, कृपया मुझे पुत्र दे। मैं आपकी शरण में आया हूँ॥”
यदि आप इस मंत्र का प्रयोग करना चाहते हैं, तो निम्नलिखित विधि का पालन करें:
प्रथम आपको एक शुद्ध और सात्विक जगह पर बैठना चाहिए।
ध्यान और मन को शांत करें और अपने इच्छा संकल्प करें कि आप पुत्र प्राप्ति की कामना रखते हैं।
फिर से ध्यान केंद्रित करें और मंत्र का १०८ बार जाप करें, जिसके बाद आप पुत्र प्राप्ति के लिए अपनी कामना कर सकते हैं।
इस विधि को नियमित रूप से करें और श्रद्धा और विश्वास के साथ इस मंत्र का प्रयोग करें।
ध्यान दें कि मंत्रों का प्रयोग व्यक्तिगत धार्मिक और आध्यात्मिक अनुभव के लिए होता है और इसका परिणाम व्यक्ति के अन्य कर्मों, भाग्य और प्राकृतिक कानूनों पर निर्भर करता है। इसलिए, अपने परिवारिक पंडित या गुरु से संपर्क करके उनकी सलाह लेना अच्छा होगा।
मंत्र
प्रेम मगन कौसल्या निसिदिन जात न जान ।
सुत सनेह बस माता बाल चरित्र कर गान ॥
विधि विधान
पुत्र प्राप्ति के लिए आपको उपर्युक्त मंत्र का दिन में १२१ बार जाप करना हे इस मंत्र का कितने दिन तक जाप करे उसका कोई विधान नहीं हे आपको जब तक सफलता नहीं मिलती तब तक आप मंत्र जाप शुरू रख सकते हो,
इस तरह साधक पुत्र प्राप्ति के लिये इस मंत्र का प्रयोग करके सफलता हासिल कर सकता हे.
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