कई बार ऐसी जगह पर जाने से भुत आप सवार हो जाता हे या किसी व्यक्ति पर सवार हो जाता हे,इस भूत भगाने का शाबर मंत्र से आप भुत को आसानी से निकाल सकते हो,
निम्न मंत्र को पढ़ें-
भूत भगाने का शाबर मंत्र
ॐ नमो भगवते भूतेश्वराय किल तरवाइ संदूंष्ट्र कराल वक्ताय त्रिनैन भूषिताद धग धग तपश्टंग ललाट नेत्राय तीव्र को पान लाय मिते तजपात शूल खड़ांग डमरूक धनुर्बाणा मुद्रर भूपदंड त्रास मुद्रा वेगदश दौर दण्ड मंडि तायकपिल जटाजूट कूटार्द्ध चंद्र धारणे भस्मराग रंजित विगहाथ उग्र फणपति घटाटोप मंडित कण्ठ देशाय जय जय भूत डामरस आतम रूपम् दर्श दर्शे सर सर चलसाशोन बंध बंध हुंकारेन त्रासय त्रासय वज्र दंडेन हन हन निशितिखडेन छिद छिद शूला ग्रेण भिंध मुद्गरेण चूर्णय चूर्णय सर्वग्रहाणां आवेशय आवेशय।
इस भूत भगाने का शाबर मंत्र को पढ़कर गाय के घृत में गूगल, नीम की पत्ती और सांप की केंचुली मिलाकर, उस पर कपूर डालकर जलाएं और उड़द के दाने उस पर से घुमाकर रोगी को मारें। इससे व्यक्ति पर सवार भूत बोलने लगेगा।
निम्न मंत्र को पढ़ें-
ॐ नमो आदेश गुरु को नारी जाया नारसिंह अंजनी जाया हनुमंत वाने जारी बीज भवंताबा तोड़ी कढ़लंक तेरी पाखरी कोन भरे नाहरसिंह बलवंत बन में फिरे अकेलड़ा भंवर खिलाये के खरा माटी मर्द की पीवे बारा बकरा खाय न धापे तोतू नाहरसिंह दौड़ि मसाण जाय सात पांच ने मारि खाय सात पांच ने चरब खाय देखू नाहरसिंह बीर तेरे मंत्र की शक्ति हाड़ हाड़ में सूंचाम चाम में सूं नख नख में सूं रोम रोम में सूं अमुकी के नौ नारी बहत्तर कोठा में सूं पेद का पकड़ आन हाजिर ना करे तो माता नाहरी का चूंखा दूध हराम करे राजा रामचंद्र की पीढ़ी फाट भंपड़े शब्द सांचा पिण्ड काचा।
इस मंत्र को पढ़कर दो लौंग रोगी के ऊपर से उसारकर कपूर में जलाएं। फिर एक नीबू उस पर से उसारकर चाकू से दो टुकड़े में काट दें। तदनंतर रोगी को दो- तीन काली मिर्च खाने को दें। फिर दो लौंगों पर यही मंत्र पढ़कर कपड़े में कर उसके बाजू से बांध दें। इस क्रिया से उस पर सवार भूत नष्ट हो जाएगा।
मंत्र को सिद्ध करने का विधान
दोनों मंत्र को ग्रहण काल या कोई भी शुभ अवसर पर २१ माला करके सिद्ध कर लेना चाहिए,साधना के दरमियान गूगल और सुगन्धित धूपबत्ती जलाये मंत्र सिद्ध हो जायेगा,
भूत भगाने का शाबर मंत्र की सिद्धि से आप जनहित के कार्य कर सकते हो किसी का भला कर सकते हो,दुसरे का भला करोगे तो भगवान आपका भला करेगा,मंत्र की शक्ति जागृत रखने के लिए उस मंत्र को साल में एकबार अवश्य सिद्ध करे.
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