आज में आपके समक्ष बहुत ही शक्तिशाली और तीव्र वशीकरण मंत्र लेकर आया हु,ये वशीकरण मंत्र एक बार सिद्ध कर लिया तो समजो आपको कोई वशीकरण करने से रोक नहीं पायेगा,ये वशीकरण मंत्र साधना इतना शक्तिशाली हे की इसकी काट करना हर कोइ के बश की बात नहीं,आज का युवा वर्ग वशीकरण के पीछे हाथ धोकर पड गए हे और उसको पता नहीं हे की वशीकरण क्या हे वो तो समजते हे की लड़की नाम लिया या फोटो लेकर उसके सामने ५-६ बार मंत्रजाप किया तो ३ घंटे में वो आ जाएगी पर ऐसा कही नहीं होता,पहले तो आप उस वहेम को निकाल दे अपने दिमाग से,
वशीकरण कोई मामूली क्रिया नहीं हे उसको सिद्ध करने में आपको कई प्रकार के अनुष्ठान और जाप करना पड़ता हे उसके निति नियम का पालन करना पड़ता हे तब जाके आपको वशीकरण में सफलता मिलती हे,आज इस पोस्ट में में सब कुछ खुला करने वाला हु ताकि हमारे जो साधक मित्र हे उसको पता चले की वशीकरण क्या चीज हे में दुसरे बाबा और तांत्रिक की तरह आधी अधुरी विधि नहीं देता जो में मेरी वेबसाइट पर डालता हु वो सब जानकारी पूर्ण ही देता हु ताकि आपको समज मे आये की असल में वशीकरण क्या चीज़ हे,
तो चलिए विस्तार से आपको इस वशीकरण मंत्र साधना की सिद्धि के बारे चर्चा करते हे ताकि आपके दिमाग में जो अंधश्रद्धा हे वशीकरण की उसको आप निकल सको,
वशीकरण मंत्र साधना
ॐ नमो आदेश गुरुजी को नमस्कार, सिंदुर सिंदूर महासिंदूर नु कहां से आयो कौन ल्यायो गरुड़ पर्वत से आयो, गौरी का पुत गनेस ल्यावा, पैली सिंदुर माता अंजनी को चडायो आनि कासै कर ल्यायो, रिदसिद रीली भर ल्यायो दूसरी सिंदुर किसको चढ़ाऊं, अंजनी को पूत हनुमांनकौ चडायो, हौ- हंकार हनुमंको तेसरी सिंदुर किसको चडायो बिल जति गोरखनाथ को चडायो, मन रिक्षा पुन वडो सिधि वर पायो चौथो सिंदुर किसको चडायो, चतुर्भुज गनेश को चडायो पांचों सिंदुर किसको चडायो तारा त्रिपुरा तोतला को चडायो, जो करै सिंदुर की निंदा, उसको षाशै माया रजीदास दो रजडावै, श्रीगास्णा पावै त्रिपुरा सुंदरी संग पावै, षड-काली मनाऊं काली वाशै संतुरी को विजडा पै, कालिका माता मन इच्छा पूरन कर सिद्धि करका। ॐ अपीलियि अली आगां काली आप्रगां कुरु कुरु कालीकायौ फट् स्वाहा,
फुरो मंत्र ईश्वरो वाचा, ऐं मंत्र ले सिंदुर मंतणौ सिर लगाणौ विंदी अमुक वश में हो।
मंत्र को सिद्ध करने का विधान
इस वशीकरण मंत्र साधना को सिद्ध करने के लिए साधना ४१ दिन तक करनी पड़ेगी क्योकि जब तक मंत्र सिद्ध नही होगा तब तक मंत्र आपका कोई काम नहीं करेगा,
साधना का प्रारम्भ शनिवार से करे,लाल चन्दन की माला से उपर्युक्त मंत्र का ३ माला जाप करे,साधना के दरमियान सुगन्धित धूपबत्ती और गूगल का धुप करे इस मंत्र की साधना के दौरान खास स्वछता का ख्याल रखे और आपको ४१ दिन तक सम्पूर्ण ब्रह्मचर्य पालन करना पड़ेगा,
दारू मांस से दूर रहे और एक टाइम ही भोजन करे,सात्विक भोजन करे लहसुन और प्याज का उपयोग ना करे,साधना के आखरी दिन ५ कुवारी कन्या को भोजन कराये और उसको कुछ दान दक्षिणा भी करे आप अपनी शक्ति अनुसार दक्षिणा दे सकते हो,
इसी तरह आप ४१ दिन तक विधिवत साधना करोगे तो आपका वशीकरण मंत्र साधना सिद्ध हो जायेगा साधना के आखरी दिन दशांश हवन करे,
प्रयोग
किसी भी शनिवार में रात्रि ग्यारह बजे के बाद पवित्रतापूर्वक पश्चिमाभिमुख होकर किसी आसन पर बैठें। सामने लकड़ी के एक पटरे पर रेशमी लाला वस्त्र बिछाएं और उस पर प्रियंगु की ढेरी बनाकर उस पर हरा अकीक स्थापित कर, इच्छित स्त्री या पुरुष का नाम मोहिनी काजल द्वारा एक कागज पर लिखकर कपड़े पर रख दें। फिर कामिया सिंदूर और अक्षतों से उसका पूजन कर देसी घी का दीपक जलाएं और उपर्युक्त वशीकरण मंत्र साधना का एक सौ आठ जप करें तथा मंत्र में अमुक के स्थान पर इच्छित स्त्री या पुरुष का नाम बोलें। प्रत्येक बार मंत्र जप के बाद दीपक की लौ को अवश्य देखें। इच्छित स्त्री या पुरुष का वशीकरण हो जाएगा।
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