विपत्ति नाश, सर्व कार्य-सिद्धि और धन प्राप्ति के लिये आप हमारे दिए गई मंत्र की सिद्धि हासिल कर सकते हो, जो साधक बिजनेस करता हे व्यापर करता हे उसके लिए ये मन्त्र रामबाण इलाज हे, इस मंत्र की सिद्धि करके साधक आकस्मिक धन की प्राप्ति कर सकता हे और आनेवाली समस्त बाधा का निवारण कर सकता हे,
तो चलिए विस्तार से जानते हे विपत्ति नाश, सर्व कार्य-सिद्धि और धन प्राप्ति के लिये इस मंत्र की सिद्धि कैसे करते हे और उसका विधि विधान क्या हे उसके बारे में विस्तार से चर्चा करते हे,
मंत्र
ॐ ह्रीं श्रीं ठंठठं नमो भगवते मम सर्व कार्याणि साधय साधय मां रक्ष रक्ष शीघ्रं मां धनिनं कुरु कुरु हुं फट् श्रियं देहि प्रज्ञां देहि ममापत्ति निवारय निवारय स्वाहा।
विधि
उपर्युक्त मन्त्र से सात विल्वपत्र [त्रिदल] शिव लिङ्ग पर चढ़ाने चाहिये । लिङ्ग पार्थिव हो या शिवालय में प्रतिष्ठित हो विल्वपत्र चढ़ाने के बाद इसी मन्त्र का १०८ बार जप करना चाहिये। जप घर पर कर सकते हैं या मन्दिर में जाकर । उपयुक्त स्थान न हो तो मन्दिर में ही करना चाहिये। जब तक कार्य सिद्धि न हो, प्रतिदिन जप करना चाहिये ।
विपत्ति-नाश के लिये शक्तिशाली मंत्र साधना
मंत्र
राजिव नयन धरें धनु सायक। भगत विपति भंजन सुखदायक।।
विधि
विपत्ति नाश, सर्व कार्य-सिद्धि और धन प्राप्ति के लिए आप उपर्युक्त मंत्र का जाप भी कर सकते हो आपको दिन में 7 माला करनी हे आप कोई भी समय पर अपनी अनुकूलता पर आप 7 माला कर सकते हो, कम से कम ४५ दिन तक माला करे इसका परिणाम आप खुद देख सकते हो,
विपत्ति नाश, सर्व कार्य-सिद्धि के लिए आप गणेश पूजा भी कर सकते हो इससे भी आपको लाभ हो सकता हे,
इस तरह आप विपत्ति नाश, सर्व कार्य-सिद्धि और धन प्राप्ति के लिये आप इस मंत्र का प्रयोग कर सकते हो.
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