आज में दुश्मन को हेरान और परेशान करने का शक्तिशाली मंत्र लेकर आया हु इस मंत्र का प्रयोग करके आप वैरी का मूत्र बंद कर सकते हो और जब आपका दुश्मन आपके पास आकर माफ़ी मांग ले तो आपको उसको माफ़ कर देना हे और इसकी काट कर लेना हे,
इस मंत्र का प्रयोग आपको किसी पर बिना वजह नहीं करना हे अगर आपका शत्रु आपको हद से ज्यादा तंग करने लगे तब जाकर ही इसका प्रयोग करे, तो चलिए विस्तार से जानते हे वैरी का मूत्र बंद करने का मंत्र कैसे सिद्ध होता हे और उसका विधि विधान क्या हे उसके बारे में विस्तार से चर्चा करते हे,
मंत्र
बैरी मूंते जिहि जगे छांकी मांटी लाय।
खाल छछूंदर में भरे जो रवि दिन मारी जाय ॥
ऊंचे पर टांकिये मूत्र बंद हो जाय।
कै गूगां कै बावरा वैरी हो दुख पाय ॥
जब आछा करना चहे माटी खाल कढ़ाय।
जब लो मांटी खाल में तब ही लों दुखपाय ॥
वैरी मांदा होय
औंधी जूती पांव की रवि शनि लावे कोय।
गरम करे पानी विषे बैरी मांदा होय ॥
इस मंत्र के प्रयोग से आप वैरी को बीमार कर सकते हो,
वैरी दुःख पावे
चन्द्रवार और मंगल को धूरि मसाण मंगाय।
उसमें राई आनि मिलावे लकड़ी आक जराय ॥
तिहि अग्नी में दोऊ वस्तु को बीसवार कर होमें।
आहुती के साथ नाम बैरी काले ले होमें।।
इस मंत्र के प्रयोग से आप वैरी को दुखी कर सकते हो,
वैरी कू कष्ट देने का मन्त्र
ॐ काल भैंरू झं काल का तीर मार तोड़
दुश्मन की छाति घोट चलै तो खरा जोगिनी का
तीर छूटै मेरी भक्ति गुरु की शक्ति फुरो मन्त्र
ईश्वरो वांचा सत्त नाम अदेस गुरु का।
विधि-
कनेर के २१ फूल २१ गोली गूगर की लेके प्रत्येक मंत्र के एक फूल १ गोली कई के तेल में सान के अग्नि में हो में ११ तथा २१ दिन।
इस तरह वैरी मूत्र बंद करने के लिए हमारे बताये गई मंत्र का प्रयोग कर सकता हे और दुसरे मंत्र के प्रयोग से आप दुश्मन को हेरान कर सकते हो.
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