आज में इस पोस्ट के जरिये शत्रु वशीकरण मंत्र देने वाला हु जिसका प्रयोग करके आप शत्रु को वश में कर सकते हो, इस मंत्र का प्रभाव ऐसा हे की आपका कोई बड़ा शत्रु आपको हेरान कर रहा हे तो आप इस मंत्र का प्रयोग करके आप उसको अपने काबू में कर सकते हो,
इस शत्रु वशीकरण मंत्र का प्रयोग प्राचीन काल में बहुत होता था और युद्ध में विजयता प्राप्त करने के लिए इस मंत्र का प्रयोग होता था,
तो चलिए विस्तार से जानते हे शत्रु वशीकरण मंत्र कैसे काम करता हे और उसका प्रयोग कैसे किया जाता हे उसके बारे में विस्तार से चर्चा करते हे,
मंत्र
कर सारंग साजि कटि भाथा। अरि दल दलन चले रघुनाथा ॥
मंत्र को सिद्ध करने का विधि विधान और प्रयोग
इस मंत्र की सिद्धि के लिए साधक को २१ दिन की साधना करनी पड़ेगी साधना का प्रारम्भ मंगलवार से करे और दिन में तीन प्रहर तक एक एक माला करे, साधना के दरमियाँ साधक को ब्रह्मचर्य का पालन करना हे और निचे जमीं पे ही सोना हे, साधक जितने निति नियम का ध्यान रखेगा और पूर्ण श्रद्धा और विस्वास के साथ साधना करेगा तो मंत्र सिद्ध हो जाएगी,
इस मंत्र का प्रयोग साधक को सिर्फ दुश्मन को शत्रु को वश में करने के लिए ही करना हे अगर इसका प्रयोग कही दूसरी जगह करोगे तो आपकी सिद्धि नष्ट हो जाएगी,
प्रयोग
शत्रु का फोटो लेकर उसके सामने इस मंत्र की एक माला करनी हे और अपनी अनामिका ऊँगली से थोडा खून निकालकर उस खून को शत्रु के माथे पर लगा देना हे ऐसा करने से शत्रु का वशीकरण हो जायेगा,
इस तरह साधक शत्रु वशीकरण मंत्र का प्रयोग करके शत्रु को वश कर सकता हे और अपनी दुश्मनी को ख़त्म कर सकता हे.
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