जिस भी व्यक्ति की शादी में रूकावट आ रही हे या नहीं हो पा रही उस व्यक्ति को इस मंत्र का प्रयोग अवश्य करना चाहिए,ग्रह पीड़ा हो कुंडली में दोष हो या कोई भी उपरी बाधा हो तो आपको इस मंत्र का प्रयोग करना चाहिए,शीघ्र विवाह के लिए इस मंत्र का प्रयोग लड़का या लड़की कोई भी कर सकता हे,इस मंत्र में एक अद्भुत शक्ति हे और प्राचीन मंत्र हे,
इस मंत्र को सिद्ध करने के लिए आपको कोई बड़ी महेनत की जरुरत नहीं हे आप इस मंत्र को एकांत कमरे में सिद्ध कर सकते हे इसके जाप करने से इसका रिजल्ट आप खुद देख सकते हो,
तो चलिए विस्तार से जानते हे शीघ्र विवाह के लिए इस मंत्र का प्रयोग कैसे करते हे उसके बारे में विस्तार से चर्चा करते हे,
मंत्र
तब जनक पाई वसिष्ठ आयसु । ब्याह साज सँवारि कै ॥
मांडवी श्रुतकीरति उरमिला। कुँअरि लई हँकारि कै ।
मंत्र को सिद्ध करने का विधि विधान
इस मंत्र को सिद्ध करने के लिए आप ४१ दिन तक साधना करे,एकांत कमरा होना चाहिए जहा किसीका आनाजाना नहीं होना चाहिए,मंत्र जाप से पहले गणेश पूजन करे अपने इष्टदेव की एक माला करे और महादेव की एक माला करके अपने काम में सफलता मिले ऐसी प्रार्थना करे फिर उपर्युक्त मंत्र की रात १० बजे ३ माला करे साधना के दरमियान चारमुखी दीपक प्रज्वलित करे और सुगन्धित धूपबत्ती करे, ४१ दिन तक पूर्ण श्रद्धा और विस्वास के साथ जाप करे आप इस मंत्र प्रभाव खुद देख सकते हो,साधना के आखरी दिन ५ कुवारी कन्या को भोजन कराये और अपनी शक्ति अनुसार भेट करे,
इस मन्त्र का उपरोक्त विधि अनुसार ही जप करने प्रभु कृपा से शादी शीघ्र सम्पन्न हो जाएगी।
इस तरह आप शीघ्र विवाह के लिए इस मंत्र का प्रयोग करके अपनी मनोकामना पूर्ण कर सकते हो!
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