जिस व्यक्ति की शादी नहीं हो रही या शादी में रूकावट आ रही हे या कोई व्यक्ति किसी स्त्री को चाहता हे पर वो इस व्यक्ति को प्यार नही कर रही हे तो ऐसी श्तिति में साधक को स्त्री की प्राप्ति के लिए इस मंत्र का प्रयोग करना चाहिए,
ये मंत्र में जो यहाँ दे रहा हु वो प्राचीन मंत्र हे और बहुत ही शक्तिशाली मंत्र हे इसको सिद्ध करके आप स्त्री की प्राप्ति आसानी से कर सकते हो,
तो चलिए विस्तार से जानते हे स्त्री की प्राप्ति के लिए इस मंत्र को सिद्ध कैसे करे और उसका विधि विधान क्या हे उसके बारे में चर्चा करते हे,
मंत्र
माघ मास बुद्धाष्टमी स्वांति नक्षत्र जुहोय।
आक पेड़ को न्योत के दूजा दिन रवि होय ॥
उहां जाव को पलालहे पीसि धरावे ताहि ।
जिहि के माथे नाखिये नारि तुरत बश होय ॥
नारी बसीकरन
इन्द्रायन के मूल को पुष्य नक्षत्र में लाया।
बहुरूपी पर सोंठ औकरी मिर्च मंगाय ॥
इन सबको इकतर करे गौ दूध में पीस।
गोली बांधि सुखाय रख जब चिंता उपजे सीस ॥
गोली संदल संग घिसगे का करे ललार।
जो देखे वह वस्य हो कहा पुरूष कहा नार ॥
मंत्र को सिद्ध करने का विधि विधान
ये दोनों मंत्र स्त्री की प्राप्ति करने में सहायक हे और दोनों मंत्र स्वयं सिद्ध मंत्र हे आपको बस इस मंत्र को जागृत करना हे,मंत्र को सिद्ध करने के लिए २१ दिन सुबह शाम उपर्युक्त मंत्र की १ माला करे मंत्र सिद्ध हो जायेगा,
प्रयोग
इच्छित स्त्री के फोटो के सामने उपर्युक्त कोई भी एक मंत्र का सवा घंटे जाप करने से वो स्त्री आपकी दासी बन जाएगी,
हाथी वश होय
जब भरनी नक्षत्र हो आंवले का फल लाय।
गूगर खेकर गंधिये हाथी वश हो जाय ॥
इस मंत्र से आप हाथी को भी वश में कर सकते हो,
सिंह वश होय
ज्येष्ठ मांस में जेष्ठा नक्षत्र जब आय।
गाय दूध की खीर कर तामें खांड मिलाय ॥
दिन भर यह मंतर पढ़े जिहि व नमिसिंह होय।
जब आवे वह सामने खीर दिये वश होय ॥
इस मंत्र की सिद्धि से आप सिंह को भी वश कर सकते हो,
इस तराह आप स्त्री की प्राप्ति के लिए इस मंत्र का प्रयोग करके आप स्त्री की प्राप्ति कर सकते हो.
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