जब हम स्मशान को जागृत करते हे तब स्मशान की तमाम शक्ति जागृत हो जाती हे,स्मशान के अन्दर भैरव और उसके मशान,चुडेल,भुत,प्रेत आत्मा,कच्छा कलुवा और कई वीर का वास होता हे जब स्मशान जागृत किया जाता हे तब उस शक्ति जागृत हो जाती हे,अघोरी ज्यादातर स्मशान जागृत करके स्मशान की शक्ति को सिद्ध करते हे,अघोरी शव साधना,शिव साधना और स्मशान साधना करते हे,अघोरी के पास गुरुमुखी स्मशान जगाने का मंत्र होता हे और उस मंत्र के जरिये स्मशान जागृत करते हे,
स्मशान जागृत वो साधक करता हे जिसके पास पहले से कोई सिद्धि हासिल की हुई हे जो साधक तंत्र में नया हे वो बिलकुल स्मशान साधना न करे,स्मशान जागृत करके साधक स्मशान की शक्ति से अपना काम आसानी से करवा सकते हे,
तो चलिए विस्तार से जानते हे स्मशान जगाने का मंत्र कैसे सिद्ध किया जाता हे और उसका विधि विधान क्या हे उसके बारे में विस्तार से चर्चा करते हे,
मंत्र
धतूरा बीज उठा गगन चोटी
परमेश्वर चले होकर बाराती
उठा धुंआ शमशानों में
मसान चला आंखों में तेल डालकर
धुंआ
उठा व्हाने मसान को
वापिस चली बारात
मिले गोरक्षनाथ
मैं भी चलुंगा बाराती बनके
चला बाराती बनकर
संग लूंगा मसान का साथ
तभी ले उड़ गोरक्ष चले
मसान चला गोरक्ष के संग
गोरक्ष ने कुएं में छोड़ा मसान को
और चला गोरक्ष अपने गुरु मच्छेन्द्रनाथ के अंस
जय जय गोरक्षनाथ बीक!!
विधि विधान
इस मन्त्र को सिद्ध करने के लिए बबुल के पेड़ के नीचे बैठकर सवा लाख जाप करना चाहिए तब जाके ये मंत्र सिद्ध होता हे।हमारे भारतवर्ष में अब स्मशान क्रिया या स्मशान साधना बेन कर गयी हे इसलिए जो साधक स्मशान साधना करना चाहता हे वो साधक किसी अघोरी का मार्गदर्शन लेकर कर सकते हे,
इस मन्त्र से मसान का रोगी ठीक होगा और उस मरीज को बबुल की छाल कूटकर भी रोजाना खिलानी होगी।
इस तरह आप स्मशान जगाने का मंत्र सिद्ध करके स्मशान को जागृत कर सकते हो और स्मशान की सिद्धि हासिल कर सकते हो.भारत में ये साधना बेन होने की वजह से आपको सिर्फ मोटे तरीके से इस साधना के बारे में बताया हे अगर हमारा कोई साधक स्मशान साधना करना चाहता हे तो यहाँ हमारी साईट पे कमेंट कर सकता हे जितनी ज्यादा कमेंट आएगी उस हिसाब से हम यहाँ स्मशान साधना की पूरी विधि डालने की कोशिश करेंगे.
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