मुठ का प्रयोग किसी को हेरान करने के लिए और मारण करने के लिए किया जाता हे,जिसने काला जादू सिखा हो या कोई तामसिक क्रिया की हो या स्मशानिक क्रिया की हो वो लोग आसानी से मूठ का प्रयोग कर सकता हे,मुठ बहुत सारी शक्ति की होती हे इसमें से खास महाकाली की मुठ,नरसिंह की मुठ,भैरव की मुठ और मेलडी की मुठ बहुत ही खतरनाक मानी जाती हे,आज में आपको इस पोस्ट के जरिये मूठ उच्चाटन दूर करने की साधना देने वाला हु जिसका प्रयोग करके आप मुठ की काट कर सकते हो,
तांत्रिक लोग कुछ पैसो के लिए मुठ का प्रयोग करता हे और सामने वाले व्यक्ति की जिंदगी बर्बाद कर देता हे पर ऐसा करना बहुत बड़ा पाप हे ऐसा कभी नहीं करना चाहिए,इस संसार का नियम हे जैसी करनी वेसी भरनी आप किसीका भला करोगे तो भगवान आपका भला करेगा,
तो चलिए विस्तार से जानते हे मूठ उच्चाटन दूर तक हटाने के लिए और मुठ की काट करने के लिए इस मंत्र का प्रयोग कैसे होता हे और इसका विधि विधान क्या हे उसके बारे में विस्तार से चर्चा करते हे,
मंत्र
मूठ चली हवा बनकर
काल भैरो चले ढाल बनकर
अष्ठ हाथ मैरो जी के फैले
काट दी जड़ मूठ की चढ़ा दी आकाश
नीचे काटी ऊपर काटी काट की पाताल में
काल भैरो का नाम ले जो नर नारी
उसके लिए मूठ कभी न पड़े भारी
जय जय काल भैरव देव
इति सिद्धम्!!
मंत्र को सिद्ध करने का विधान
अमावस्या की रात्री को काला वस्त्र धारण करके काली हकिक की माला से उपर्युक्त मुठ उच्चाटन मंत्र का १५१ बार जाप करने से मंत्र सिद्ध हो जाएगा,इस मंत्र की सिद्धि किसी शुभ अवसर पर भी कर सकते हे और ग्रहण काल में भी कर सकते हे,
जहाँ पर मनुष्य खड़ा हो और मूठ आती दिखे इस मन्त्र को पढ़ो और मिट्टी उठाओ चारों दिशाओं में फैक दो और इस मन्त्र का मनन करते रहो मूठ हट जायेगी।
इस तरह साधक मूठ उच्चाटन यानि की मुठ की काट करने के लिए इस मंत्र का प्रयोग कर सकता हे.
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