आज में आपको मोती बनाने की विधि देने वाला हु मंत्र से आप मोती बना सकते हो,मंत्र से आप सोना चांदी भी बना सकते हो,मोती बनाने के लिए साधक को तीव्र और सम्पूर्ण साधना करनी पड़ेगी जब तक आप मंत्र सिद्धि हासिल नहीं कर सकते तब तक मंत्र काम नही करेगा,इस सम्पूर्ण विधि को मोती करन विधि कहते हे,
इस मंत्र की सिद्धि के बाद आपको ये विधि किसीको नहीं बतानी हे अगर ये विधि और मंत्र आप किसीको दोगे तो आपकी मंत्रसिद्धि नष्ट हो जाएगी इसलिए मंत्र सिद्धि गुप्त ही रखे,
तो चलिए विस्तार से जानते हे मोती करन विधि कैसे होती हे और इसका मंत्र कैसे सिद्ध होता हे उसके बारे में विस्तार से चर्चा करते हे,
मंत्र
आंख बड़ी मछली की लावे।
जुदे २ लतन में नावे ॥
भेड़ दूध को अग्नि चढ़ावे ।
नेत्र वस्त्र पर हीरा लावे ॥
उनको हांड़ी में लटकावें ।
भिढ़न दूध सोंना हीं पावे ॥
ज्यों २ जरि के दूध निचावें।
त्यों २ आंखिन को तरलावे ॥
जब दोउ नेत्र नरम हो जावें।
तब निकारी के छिद्र करावे ॥
धरके छाया मांझ सुखावे।
चांवल मैले साफ करावे ॥
मंत्र को सिद्ध करने का विधि विधान
इस मंत्र को सिद्ध करने के लिए साधक को ४१ दिन तक साधना करनी पड़ेगी,समंदर तट पर या नदी तट पर काला आसन बिछाकर और सामने गूगल का धुप करके रुद्राक्ष की माला से ३ माला करनी हे मंत्र सिद्ध हो जाएगा, साधना से पूर्व साधक को गणेश पूजन करना हे और गुरु पूजन करना हे फिर साधना में सफलता मिले ऐसी प्रार्थना करनी हे, ४१ दिन के अन्दर साधक को कई प्रकार के अनुभव होंगे पर साधना को खंडित नहीं करनी हे,
मंत्र के अन्दर ही इसका प्रयोग कैसे करे वो विधि दी हे और ये मंत्र बहुत शक्तिशाली माना जाता हे ये मंत्र इंद्रजाल का मंत्र हे,इस तरह साधक इस मंत्र का प्रयोग करके मोती करन विधि कर सकता हे और मोती बना सकता हे.
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