ये Bhut pret भगाने का शाबर मंत्र भुत-प्रेत और जिन्नात को भी काढ़ सकता हे बहुत ही शक्तिशाली और तीव्र हे,आज के समय में कई स्थल और जगह अभी मोजूद हे वहा भुत प्रेत का वास होता हे और कई तांत्रिक और अघोरी इसकी साधना भी करते हे फिर उस भुत-प्रेत हो या जिन्नात हो उसका प्रयोग काला जादू करने के लिए करते हे।
इस पोस्ट में मेने जो मंत्र डाला हे उसकी मदद से आप उसकी काट कर सकते हो और भुत प्रेत बाधा निवारण ,जिन्नात को चुटकी में निकाल सकते हो, भुत-प्रेत बाधा निवारक मंत्र के बारे में हम इस पोस्ट में विस्तार से जानेंगे।
मंत्र
‘ॐ नमो आदेश गुरु का। सोचा कंठ कंचा, दुहाई हनुमान वीर की जाने लंका जारी, पलका मंझारी आन लक्ष्मण वीर की, आने माने जाके तीर की, दुहाई मैमना पीर की, बादशाह जादा काम में रहे आमादा, दुहाई कालिका माई की, धैलाँ गिरिवार चढ़े, सिंह की सवारी जाके लाँगुर है अगारी, प्याली पीवे रक्त की, चंडिका भवानी, वेदबानी में बखानी, भूत नाचे बैताल लज्जा रखे, अपने भक्त की काली महरकाली आरी कलकत्ते वारी, हाथ कंगन की थारी, लिये ठाड़ी, भक्त बालिका दुष्ट न प्रहारी सदा सन्तन हितकारी कतर भूत राजा जल्दी, नहि भखै तोय कालिका माई की दुहाई करे, करै भक्तन की सहाई, आ तू सपने में माई, तेरी जाति रही जाग के, पकड़ के, छह मात कर मत अबार, तेरे हाथ में कृपाण भक्षण कर ले, जल्दी आय के जाय, नाही भूत पकड़ मारे जाय, भूत उतर-उतर-उतर तोय राम की दुहाई, गुरु गोरखनाथ का फंदा करेगा तोय अन्धा, फुरो-फुरो मन्त्र स्वाहा।”
मंत्र सिद्ध करने की विधि
इस मन्त्र को इक्कीस दिन तक प्रतिदिन १०८ बार जप कर सिद्ध करे। इस मन्त्र को पढ़ते हुए ११ बार नीम की डाली से रोगी के सिर से पैर तक झाडे।
रोगी ठीक हो जाये तब ५ कुंवारी कन्या को भोजन कराये या गरीब बच्चो को कुछ दान करे।
Bhut pret भगाने का शाबर मंत्र ग्रहण काल में एक बार सिद्ध कर ले ताकि मंत्र जागृत रहे।
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