रक्षा मंत्र

रक्षा मंत्र : मंत्र जाप करते समय करे इस रक्षा मंत्र का जाप

कोइ भी मंत्र की सिद्धि हो कोई भी तंत्र क्रिया हो आपको उसको करने से पहले देह रक्षा करनी जरुरी होती हे,रक्षा मंत्र से आप चौकी नहीं लगाओगे तो...
यात्रा की सफलता

यात्रा की सफलता के लिये : प्रवास यात्रा विघ्ननाशक मंत्र

यात्रा और लम्बे प्रवास में अगर आपको जाना हे तो आपको आनेवाले हर विघ्न का सामना करने के लिए आपको इस मंत्र का प्रयोग करना चाहिए,यात्रा की सफलता के...
यदि जीव जीवों

यदि जीव जीवों पर आपत्ति में डाल दें तब यह मंत्र करना है

इस मंत्र की खासियत ये हे की इस मंत्र से मनुष्य आने वाली परेशानी से आपत्ति से मुक्ति पा सकता हे, यदि जीव जीवों पर आपत्ति आ जाये तब...
मौन ग्रहण मंत्र

मौन ग्रहण मंत्र : मौन ग्रहण करने का शक्तिशाली मंत्र

मौन व्रत करना बहुत कठिन माना जाता हे,इन्सान मन की शांति के लिए,भक्ति के लिए और साधना के लिए मौन ग्रहण कर सकता हे, मौन साधना प्राचीन काल से...
मोहिनी तंत्र

मोहिनी तंत्र : मोहिनी विधा क्या हे?

आज में आपको मोहिनी तंत्र के बारे में बताने वाला हु, मोहिनी विधा एक ऐसी विधा हे जो किसी को भी मोहित कर सकती हे, मोहिनी का प्रयोग करके...
मेनका अप्सरा

मेनका अप्सरा साधना विधि : मेनका अप्सरा को सिद्ध करने की समपूर्ण विधि

अप्सरा को साक्षात् प्रेम की मूर्ति माना जाता हे, जब जब सौन्दर्य की बात आती हे तब तब अप्सरा का नाम अपने होंठो पर आ जाता हे,अप्सरा की साधना...
मुकदमा जीतने

मुकदमा जीतने के लिये करे इस प्राचीन मंत्र का प्रयोग

में आज साधक मित्रो के लिए मुकदमा जीतने के लिए और कोर्ट  कचेरी में विजय प्राप्त करने के लिए कुछ टोटके और मंत्र लेकर आया हु जिसका प्रयोग करके...
माता बुढ़ापा हेतु

माता बुढ़ापा हेतु में पुत्र और पुत्र वधु द्वारा सेवा होने हेतु मंत्र

जब कोई इन्सान बुढा हो जाता हे तो उसकी ये इच्छा रहती हे की उसका पुत्र और उसकी पुत्र वधु उसकी सेवा करे,बुढ़ापे में उसका कोई सहारा नहीं रहता...
मंत्रो के दस कर्म

मंत्रो के दस कर्म : मंत्र जप करते समय रखे ये सावधानी

आज में आपको मंत्र के बारे में बहुत गहेराइ से बताने वाला हु मंत्र क्या हे कैसे काम करता हे और मन्र सिद्धि कैसे हासिल होती हे उसके बारे...
भक्ति की प्राप्ति

भक्ति की प्राप्ति के लिये करे इस मंत्र का प्रयोग

आज के समय में कई लोग भक्ति करना चाहता हे पर उसका मन विचलित हो जाता हे और मन भक्ति में लगता नहीं हे,जब आपका मन विचलित होने लगे...