आज में इस पोस्ट के जरिये आपको कमला पोलिया निवारक मंत्र यानि की उसका प्रयोग देने वाला हु इसका प्रयोग करके साधक कमला पोलिया का निवारण कर सकता हे,
तो चलिए विस्तार से जानते हे कमला पोलिया निवारक मंत्र कैसे काम करता हे और उसका विधि विधान क्या हे उसके बारे में विस्तार से चर्चा करते हे,
कमला पोलिया निवारक प्रयोग एक परंपरागत हिन्दू धार्मिक प्रथा है जिसका उद्देश्य किसी नकारात्मक शक्ति की बुराई या कमला पोलिया जैसी बीमारी से मुक्ति प्राप्त करना हो सकता है. यह एक प्रकार का तांत्रिक उपाय हो सकता है, जिसमें मंत्र, पूजा, और ध्यान का सहारा लिया जाता है.
किसी भी तांत्रिक मंत्र या साधना का उपयोग करने से पहले, यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि आपके इसे करने का उद्देश्य सही हो और आपके मन में साफ और उदात्त भावनाएँ हों. यह अनिवार्य है कि आप इसे किसी योग्य गुरु के मार्गदर्शन में करें जो आपको सही दिशा में और सुरक्षित तरीके से मार्गदर्शन कर सकते हैं.
किसी भी तांत्रिक मंत्र या साधना का उपयोग करते समay आपको सुरक्षित और सवधान रहना चाहिए और धार्मिक या सामाजिक मानकों का पालन करना चाहिए. आपके स्वास्थ्य और भलाइ के लिए डॉक्टर की सलाह भी लेनी चाहिए.
कृपया ध्यान दें कि मैं किसी विशिष्ट मंत्र या साधना की विवरण नहीं प्रदान कर सकता, क्योंकि तांत्रिक और मंत्रिक प्रथाओं का उपयोग अत्यंत व्यक्तिगत होता है और विशिष्ट मार्गदर्शन की आवश्यकता होती है.
कमला पोलिया निवारक-प्रयोग-
मंत्र:-
ॐ नमो वीर बैताल असराल नारसिंह देव । खादी तुषादी पीलिया भिदाती । काट झारै पीलिया, रहै न नेक निशान । जो कहीं रहे जाए, तो हनुमन्त को आन । मेरी भक्ति, गुरू की शक्ति । फुरो मन्त्र ईश्वरो वाचा।
साधना:-
किसी भी एकांत जगह पे जाके उपर्युक्त मंत्र की ११ माला करे,काले हकिक की माला का उपयोग करे ये विधि लगातार ११ दिन तक करे मंत्र सिद्ध हो जायेगा।
(इस मंत्र को जाग्रत रखने के लिए ग्रहण काल में इसकी २१ माला करे)
विधि-
एक कांसे की कटोरी में सरसों का तेल भरे । कटोरी को रोगी के सिर पर रखे । कुश से कटोरी के तेल को मन्त्र पढ़ते हुए चलाता जाए । जब तेल पीला हो जाए, तब उतार ले । इस प्रकार सात दिन झाड़ने से ‘कामला’ (पीलिया) रोग अच्छा हो जाता है।
इस तरह साधक कमला पोलिया निवारक मंत्र का प्रयोग करके कमला और पोलिया से आराम पा सकता हे.
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