आज में आपको शिव को प्रसन्न करने की सरल विधि दूंगा इस विधि का अनुसरण करके आप शिव को सिद्ध कर सकते हो और उसको प्रसन्न कर सकते हो, जो साधक शिव सिद्ध करता हे शिव को प्रसन्न करता हे वो साधक मोक्ष की तरफ जाता हे और अकाल मृत्यु से बच सकता हे,
इस तरह की साधना आप शिवरात्रि के ११ दिन पूर्व सोमवार से शुरू कर सकते हैं.शिवरात्रि के दिन ४ प्रहर पूजा करें ओर सुबह आरती अवश्य करें. अगर आप शिव मंत्र साधना शिवरात्रि पर नही कर रहें है तो किसी भी सोमवार से शुरू करके शिव साधना को लगातार २१ सोमवार करें, अगर आपको लगता है कि आपके दुश्मन से आपको ख़तरा है तो आप पपीता के २१ बीज तथा कच्चा दूध लेकर भगवान शिव के मंदिर जाएँ, यहाँ आप भगवान शिव को दूध चढ़ा दें ओर पपीते के बीज उनके सम्मुख रख दें. अब अपना पूरा नाम लेकर भगवान शिव से दुश्मन से सुरक्षा के लिए प्रार्थना करें तथा रुद्राक्ष की माला से महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें, मंत्र समाप्ति पर बीजों को इकठ्ठा कर लें ओर एक ताम्बे के ताबीज में डालकर गले में पहन लें|
शिव साधना के उपाय करने पर आप अपनी हर तरह की मनोकामना की पूर्ति कर सकते हैं. घर में धन की वृद्धि के लिए आपको भगवान शिव के मंदिर में चावल चढ़ाना चाहिए. घर में सुख और शांति के लिए आप शिवजी को गेहूं अर्पित करें. भगवान शिव को विशेष पदार्थ चढ़ाने पर विशिष्ठ लाभ प्राप्त किया जा सकता है|
शिव साधना के उपाय
अगर आप या आपके परिवार में कोई बुखार से पीड़ित है तो आपको शिव मंदिर में जल चढ़ाना चाहिए. इसके अतिरिक्त अगर आप चाहते हैं कि आपको संतान सुख प्राप्त हो जल के प्रयोग से भगवान शिव की पूजा करें. टी बी के रोगी को भगवान शिव का शहद से अभिषेक करना चाहिए. शारीरिक शक्ति की प्राप्ति के लिए भगवान शिव का गाय के दूध ओर घी से अभिषेक करने पर अभूतपूर्व लाभ होता है. अगर आप दिमाग के काम ज्यादा करते हैं तो अपनी बुद्धि को प्रखर करने के लिए भगवान शिव को शक्कर मिलाकर दूध चढ़ाएं. अगर आप चाहते हैं कि आपके जीवन में आनंद सदैव बना रहे तो आपको शिव लिंग पर गन्ने का रस चढ़ाना चाहिए।
किसी भी तरह की मनोकामना की प्राप्ति के लिए श्रावण मास में २१ बेल पत्र लेकर उन पर “ॐ नम: शिवाय” लिखकर शिव मंदिर में शिव लिंग पर चढ़ाएं. कई भक्त की शादी नही होने के कारण परेशान रहते हैं। ऐसे भक्तों को सावन के महीने में दूध में केसर मिलाकर शिव लिंग पर चढ़ाना चाहिए. घर में सुख शांति ओर प्रेम के लिए सावन माह में नंदी यानि बैल को ताज़ा हरा चारा खिलाएं. दीर्घायु प्राप्ति के लिए भगवान शिव को दूर्वा अर्पित करना चाहिए. भगवान शिव ‘भोले’ भी कहा जाता है. भोले को मनाना बहुत ही आसान है, इसलिए शिव मंत्र साधना से कोई भी साधक भगवान शिव को आसानी से मना सकता है. शिव मंत्र साधना का प्रयोग कर भक्त अपने सभी कार्यों ओर मनोकामनाओं की पूर्ति कर सकते हैं।
इस तरह साधक शिव को प्रसन्न करने के लिए भगवांन शिव की साधना आराधना और उपासना करके भगवान् शिव को प्रसन्न कर सकता हे.
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