माता जानकी का दर्शन करना कोई मामूली चीज़ नहीं हे जो साधक सच्चे दिल से और निस्वार्थ होकर माता जानकी की पुजा करते हे वो साधक ही माता जानकी जी के दर्शन कर पता हे,
माता जानकी के दर्शन के लिए आप उसकी आराधना साधना और मंत्र जाप करके जानकी जी को प्रसन्न कर सकते हो,
मान्यता है कि जानकी माता के दर्शन के लिए हनुमान जी का आशीर्वाद अत्यंत फलदायक हो सकता है। आप निम्नलिखित मंत्र का प्रयोग करके जानकी माता और हनुमान जी के आशीर्वाद की कामना कर सकते हैं:
“ॐ अन्जनेयाय विद्महे वायुपुत्राय धीमहि।
तन्नो हनुमान प्रचोदयात्।”
आप इस मंत्र का दिन में कुछ बार जाप कर सकते हैं, इसे जानकी माता के दर्शन की कामना के साथ करें। ध्यान दें कि यह भक्ति मंत्र होता है, और आपको इसे ईमानदारी और श्रद्धा से जपना चाहिए।
इसके अलावा, जानकी माता के दर्शन के लिए आप उनके मंदिर में जाकर आराधना कर सकते हैं और व्रत आदि भी मना सकते हैं। आपकी श्रद्धा और भक्ति के साथ आप अपनी इच्छित फल प्राप्त कर सकते हैं।
मंत्र
जनक सुता जगजननि जानकी। अतिसय प्रिय करुनानिधान की
मंत्र को सिद्ध करने का विधि विधान
इस मंत्र को चौपाई भी कहते हे जानकीजी के दर्शन करने हेतु इस चौपाई का जाप किया जाता हे,एकांत कमरे में साधक को एक चौकी पर लाल वस्त्र बिछाकर उस पर माता जानकी की प्रतिमा स्थापित करे और कलश स्थापना भी करे ये साधना ४५ दिन की साधना हे साधना के पहले दिन आप माता जानकी को मीठा प्रसाद अर्पित करे फिर चन्दन की माला से उपर्युक्त चौपाई की ११ माला करे दिन में जब जब समय मिले तब तब आपको जाप करना हे और ४५ दिन तक साधक को मांस मदिरा का सेवन नहीं करना हे और साथ साथ ब्रह्मचर्य का पालन भी करना हे,
दृढ संकल्प और दृढ विस्वास के साथ साधना करोगे तो आपको सपने के रूप में या किसी भी रूप में माता जानकी के दर्शन मिल सकते हे,
इस तरह साधक माता जानकीजी के दर्शन के लीए इस मंत्र का प्रयोग करके माता जानकीजी के दर्शन कर सकता हे.
यह भी पढ़े