आज हम सभी साधक मित्रो के समक्ष बहुत ही तीव्र और खतरनाक साधना लेकर आये हे,वेसे तो हमने जोपडी की बहुत सारी साधना डाली हे पर आज हम इस पोस्ट में रामबाई जोपडी साधना लेकर आये हे,
रामबाई जोपडी की साधना साधक गुरु के मार्गदर्शन में या किसी जानकार के मार्गदर्शन में रहकर कर सकता हे अगर कोई साधक खुद ही साधना करना चाहता हे तो उसको रामबाई जोपडी और उसके कुलदेवता की आज्ञा लेना बहुत जरुरी हे,
रामबाई जोपडी की सिद्धि कैसे होती हे और उसको कैसे उपयोग किया जाता हे उसके बारे में हम विस्तार से चर्चा करेंगे,
मंत्र
रगत बनू संगत करू रामबाई मारू नाम,
जाव आवु नावु खाव करू थकिये,
मारी संगत कोई ना करे भुत पलित मसाण माँ रहेवु,
एकली जागु काली रात जोवु तेने भरखु खावु सुकू लीलू मांस,
मारी कोई संगत करे रामबाई जोपडी,जोपडी करे खोपड़ी,
चलो मंत्र मसाण वाट,वसिया आखी रात रामबाई फरे मसाणवाट,
ना आवे कोई रात एक रात मारी जया जाय
त्या मारू बूम भरखु,घडी दो घडी आवे,
मसाण खड़ीये थी ना भरखाय तो शिवशक्तिनी आन,
शब्द साचा पिंड काचा चलो मंत्र इश्वरो वाचा!!
विधि
इस जोपडी की सिद्धि सिर्फ एक दिवस की साधना हे साधक जोपडी की सिद्धि काली चौदस यानि की नरक चतुर्दशी के दिन कर सकता हे,ये साधना स्मशान भूमि पर करे तो साधक को बहुत अच्छा रिजल्ट मिलेगा अगर नहीं कर सकते तो एकांत जगह पर इस जोपडी की साधना करे, जिस जगह पर साधना करना हे उस जगह को पहले से ही पवित्र कर ले,रामबाई जोपडी और अपने कुलदेवता की आज्ञा लेकर साधना का प्रारम्भ करे,
साधना से पूर्व गणेशजी का पूजन करे और अपने कुलदेवता का पूजन करे,बकरे की कलेजी साथ में रखे,एक माला भोलेनाथ की करे फिर रुद्राक्ष की माला से रात ११ बजे उपर्युक्त मंत्र की माला शुरू करे एक ही बैठक में सुबह के ४ बजे तक जाप करे,
साधना के बिच में कई डरावनी शक्ति आपको डराएगी पर साधना को बिना खंडित किये मंत्रजाप शुरू ही रखे जब रामबाई जोपडी आपको दर्शन दे तब उसको भोग में बकरे की कलेजी अर्पित करे और वचन में बाँध ले,
रामबाई जोपडी साधना से साधक काला जादू,वशीकरण,कोई भी तंत्र की काट आसानी से कर सकता हे,रामबाई जोपडी का चलाव आसानी से होता हे क्योकि ये देवी शब्द की साधना की देवी हे मात्र शब्द से ही सिद्ध हो जाती हे पर इसका उपयोग गलत काम में नहीं करना चाहिए जितने अच्छे काम में उपयोग करोगे उतनी ही माता की कृपादृष्टि साधक पर बनी रहेगी.(उपर्युक्त मंत्र को साल में एकबार अवश्य सिद्ध करे जब ग्रहण काल हो या काली चौदस हो तब स्मशान में जाकर माता रामबाई जोपडी को बकरे की कलेजी अर्पित करे और उपर्युक्त मंत्र की एक माला करे ताकि मंत्र आपका जागृत रहे)
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