रिद्धि सिद्धि प्राप्त करने के लिए में आज इस पोस्ट में विविध चौपाई लेकर आया हु जिसका प्रयोग करके आप रिद्धि सिद्धि हासिल कर सकते हो,
तो चलिए विस्तार से जानते हे रिद्धि सिद्धि प्राप्त करने के लिए इस चौपाई का पाठ कैसे करे उसके बारे में विस्तार से चर्चा करते हे,
चौपाई
साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं |
विधि
साधक को रिद्धि सिद्धि के लिए इस चौपाई का पाठ सुबह और शाम करना चाहिए कम से कम इस चौपाई का पाठ ३ माला करे,
श्री रिद्धि-सिद्धि विनायक चोपाई का प्रयोग करने से, आप रिद्धि और सिद्धि की प्राप्ति के लिए आशीर्वाद चाह सकते हैं। निम्नलिखित है श्री रिद्धि-सिद्धि विनायक चोपाई:
श्री रिद्धि-सिद्धि विनायक चोपाई:
जय गणेश गिरिजा सुवन,
मंगल मूल सुजान।
कहत अयोध्यादास तुम,
देहु अभय वरदान॥
चौंसठी कलिमिल धूप पदारथ,
लावण्य करि मधु मस्तक चारी।
त्रिस्थल लाली रघुवर जाकी,
तुम सम कोई नहिं आनी॥
दुर्गम काज जगत के जेते,
सुगम अनुग्रह तुम्हारे तेते।
चरण सरोज रज सुजान,
निर्धन ममता अनुसारी॥
पूर्णनिमि सूनि अनुमानहिं,
सुमिरत सिद्धि-साकर कलहिं।
सुजसु संकट हरन तुम्हारे,
ममता का भरपूर सहसरहिं॥
चारों जुग पालन करहु जोई,
हरहु कालविकल भवरोई।
कहय अयोध्यादास शुभ दिन,
जानहु अस सिद्धि-साकर मंत्र बरोई॥
प्रभु मुद्रिका में नाम तिहारो,
मगसर चंद्रमा निशारो।
सूर्य चन्द्रमा मुखमहिं तिहारो,
सम धन धान्य अपारो॥
धूप दीप नैवेद्य चढ़ावा,
करैं नृप अतिसय सुखपावा।
मंगल में मंगल गावैं,
तुलसी दास सदा चित लावै॥
पाठ करें चोपाई का आवश्यक रूप से पांच बार या इससे भी अधिक बार। इसे नित्य रूप से पाठ करने से आपको रिद्धि-सिद्धि की प्राप्ति में सहायता मिल सकती है। ध्यान रखें कि श्रद्धा और विश्वास के साथ प्रार्थना करने से इसके प्रभाव में वृद्धि होती है।
इस तरह साधक रिद्धि सिद्धि की प्राप्ति के लिए इस चौपाई का पाठ कर सकता हे.
यह भी पढ़े