कई बार ऐसा होता हे अस्पताल में दवा लेने से भी दर्दी ठीक नहीं हो पाता तब ऐसी परिश्थिति में टोने-टोटके और मंत्र काम में आते हे,आज में आपके समक्ष आधा शीशी का मंत्र लेकर आया हु जिसकी मदद से आप आधा शीशी का दर्द तुरंत गायब कर सकते हो,
तो चलिए विस्तार से जानते हे आधा शीशी का मंत्र कैसे सिद्ध किया जाता हे और इसका प्रयोग कैसे करते हे उसके बारे में चर्चा करते हे,
माथे के जिस ओर पीड़ा होती हो उस ओर अपने दाहिने हाथ की अनामिका अंगुली से मालिश करता हुआ साठ बार इस मंत्र को पढ़कर झटका दे तो दर्द जाता रहे। मंत्र यह है।
मंत्र
आधी शीशी पीड़ा जाय।
गुरु गोरख शीरा खाय ॥
सिर दर्द का मन्त्र
माथे के दोनों ओर अंगूठा और बड़ी उंगली रखे
और सात बार मंत्र पढ़ता हुआ अंगूठे और उंगली
को माथे पर दबाता हुआ माथे के बीचों-बीच तक
लावे और फूंक मारता जावे। सात बार ऐसा करने
से दर्द दूर हो यदि बिल्कुल दर्द न गया हो तो फिर
सात बार ऐसा ही करे।
मंत्र –
ॐ महाकाली शिर पीड़ा अमुक की
खोवे । मेरा रोगी कभी न रोवे । सेवक पर रक्षा कर
मात तुझ पर चढ़ाऊं गुड़ का भात ।
दर्द अच्छा हो जाने पर गुड़ का भात तैयार करावे
और रोगी के शिर पर सात बार वार कर कुतिया को
खिलादे ।
मंत्र में जहा अमुक शब्द आता हे वहां रोगी का नाम ले रोगी तुरंत ठीक हो जायेगा,
मंत्र को सिद्ध करने का विधान
उपर्युक्त दोनों मंत्र को आप कोई भी शुभ अवसर पर सिद्ध कर सकते हो,ग्रहण काल,नवरात्री,होली या दिवाली से ७ दिन तक गूगल की धुनी लगाकर काले हकिक की माला से या रुद्राक्ष की माला से शाम को ३ माला करे मंत्र सिद्ध हो जाएगा,मंत्र की सिद्धि मिल जाने के बाद ही इसका प्रयोग करे,
इस तरह आप आधा शीशी का मंत्र सिद्ध करके रोगी को ठीक कर सकते हो चाहे कैसा भी दर्द हो आप उस दर्द को चुटकी में मिटा सकते हो.
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