कोई भी साधना करनी हो कोई भी शक्ति की साधना करनी हो जब तक साधक के पास भैरव की सिद्धि नहीं होती तब तक वो साधना अधूरी ही रहेती हे,दस महाविद्या में से किसी शक्ति की साधना करनी हो तो पहले आपको kaal bhairav sadhna करनी पड़ती हे।
हर शक्ति के साथ भैरव चलता हे भैरव के बिना शक्ति नहीं चलती क्योकि भैरव ही वीर हे शक्ति के इसलिए कोई भी शक्ति की साधना या उपासना करने से पहले भैरव बाबा को सिद्ध करना जरुरी हे।
काल भैरव की पूजा और kaal bhairav sadhna भारत के हर राज्य में होती हे ज्यादातर इसकी साधना तांत्रिक और अघोरी करते हे,भैरव हर कार्य करने में सक्षम हे भैरव की साधना और आराधना तामसिक और सात्विक रूप से होती हे भैरव ज्यादातर वशीकरण, मारण,विद्वेषण,उछात्तन जेसे काम में चलाया जाता हे ज्यादातर इसका प्रयोग काला जादू में होता हे, नए साधक के मन में विचार आते होंगे की काल भैरव की सिद्धि कैसे होती हे? भैरव बाबा को कैसे सिद्ध करे? तो आज हम इस पोस्ट में विस्तार से जानेंगे की काल भैरव की साधना कैसे होती हे।
मंत्र:-
ॐ नमो आदेश काल भैरव,काला भैरव काला केश।
कानो मुन्दरा भगवा वेश।
मार मार काली पुत्र बारह कोसकी मार।
भुता हाथ कलेजी खूहा। गेडिया जहा जावु भैरो साथ
बारह कोष की रीद्धि लाओ।
चोवीस कोसकी सिद्धि लाओ।
सोती होय जगाई लाओ।बैठी होय उठाई लाओ।
अनंत केसर की भारी लाओ।
गौरा पार्वती की विछिया लाओ।
गेल्या की रस्तान मोह |कुऐ बैठी पणिहारी मोह।
गदी बैठा वाणिया मोह।गृह बैठी वाणियानी मोह।राजा की रजवाडीन मोह। महलो बैठी रानी मोह।
डाकिनी को। शाकिनी को।भूतनी को।
पराई को।लाग को।लपटाई को। धूम को। धक्क को। मलिया को। चौड को। सुगाठ को। काचा को। कलवा को। भुत को।
पलित को। जिन्न को। राक्षस को।
वैरीनो से बरी कर दे। नजरी जड़ से ताला।
इतना भैरव न करे तो पिता महादेव की जटा तोड तागड़ी करे।
माता पार्वती का चिर फाड़ लंगोट करे।
चल डाकिनी शाकिनी। चौडुमैला बकरा। देऊ मद की धार। भरी सभा में धूं आने में।
कहा लगाई वार। खप्पर में खाय मसान में लेटे।
ऐसे काल भैरो प्रणाम कौन पूजा मेटे।राजा मेटे राज से जाये। प्रजा मेटे दूध पूत से जाये।
जोगी मेटे ध्यान से जाये।
शब्द साचा पिण्ड काचा। फुरे मंत्र ईस्वरी वाचा।
मंत्र विधि :-
काले रंग के पत्थर को काला रंग लगा दे और थोडा सा चमेली का तेल भी लगा दे, फिर थोडा हिस्सा जमीन में गाड दे और थोडा हिस्सा ऊपर रखे प्रतिमा की तरह शनिवार की रात्री को भैरव बाबा के सामने सरसव के तेल का अखंड दीपक प्रज्वलित करे और २ लौंग, नारियेल और पान पूजा में रख दे साथ में दारू भी रखे।
फिर भैरवजी के सामने मंत्र जाप शुरू करे कम से कम ५ माला करे साधना के दरमियाँन काले कुत्ते को खीर -हलवा खिलाये और हो सके तो एक बार भैरवजी के मंदिर में जाकर भैरव बाबा का दर्शन करे ये साधना २१ दिन तक करे, २१ दिन के अन्दर भैरवजी सिद्ध हो जायेंगे।
kaal bhairav sadhna करने में गुरु का मार्गदर्शन होना जरुरी हे बिना गुरु के साधक इस साधना को सम्पन्न नहीं कर सकता क्योकि भैरव की साधना के दरमियाँन साधक को बहुत सारे विचित्र अनुभव होते हे इसलिए भैरव की साधना गुरु के सानिध्य में रहेकर ही करनी चाहिए,कोई भी तामसिक साधना करे गुरु को साथ रखे और उसके दिए गई दिशा निर्देश का पालन करे।
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