उच्चाटन तंत्र षट कर्म में से एक कर्म हे यहाँ में बहुत ही प्राचीन शाबर मंत्र आपके समक्ष दे रहा हु अगर आपका पति/पत्नी आपसे दूर चला गया हे उस पर किसी ने वशीकरण या तंत्र प्रयोग करके आपसे दूर कर दिया हे तो ये मंत्र आपके लिए रामबाण इलाज हे, उच्चाटन मंत्र साधना प्रयोग से आप अपने काम को आसानी से कर सकते हो,
तो चलिए इस पोस्ट में विस्तार से जानेंगे उच्चाटन मंत्र साधना प्रयोग कैसे सिद्ध किया जाता हे और उसका विधि विधान क्या हे उसके बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे.
मंत्र
ॐ अंजनी पुत्र पवनसुत हनुमान वीर वैताल साथ लावे मेरी सौत (नाम)
से पति को छुड़ावे, उच्चाटन करे करावे मुझे वेग पति मिले, मेरा कारज
सिद्ध न करे तो राजा राम की दुहाई।
मंत्र को सिद्ध करने की विधि
उपर्युक्त मंत्र शाबर मंत्र हे और स्वयं सिद्ध मंत्र हे उसको सिद्ध करने के लिए सिर्फ ७ दिन की साधना करनी पड़ेगी,७ दिन तक तन और मन से ब्रह्मचर्य का पालन करे और सुबह शाम उपर्युक्त मंत्र की ५ माला करे,साधना के दरमियान गाय के घी का दीपक जलाये और गूगल की धुनी दे,
साधना पूरी करके रोटी पर थोडा घी लगा के वो रोटी कुत्ते को खिला दे ऐसा आपको सात दिन तक करना हे,साधना के दरमियान जमीन पे ही सोये और जुठ न बोले जितना हो सके उतना कम ही बोले और अपनी इस साधना के बारे में किसी से चर्चा ना करे,७ दिन लगातार निति नियम के साथ साधना करने से ये मंत्र सिद्ध हो जायेगा.
प्रयोग
यह प्रयोग तब किया जाता है, जब किसी स्त्री का पति किसी अन्य स्त्री के फेर में गया हो। उस स्त्री के चंगुल से पति को छुड़ाने के लिए उपर्युक्त मंत्र को पांच हजार जप कर पहले मंत्र को सिद्ध करें। फिर दो हकीक पत्थर और एक सियारसिंगी अपने सामने रखें। एक हकीक पत्थर पर अपने पति का व दूसरे पर अभीष्ट स्त्री का नाम लिखें। सात बार मंत्र पढ़कर तीनों को अभिषिक्त करें। जिस हकीक पर स्त्री का नाम लिखा गया है, उसे घर से दूर किसी सुनसान स्थान पर जाकर भूमि में गाड़ दें। दूसरे हकीक को सियारसिंगी के साथ लाल कपड़े में
बांधकर घर में किसी सुरक्षित स्थान पर रख दें। इसके प्रभाव से पति और अभीष्ट स्त्री के बीच मनमुटाव उत्पन्न हो जाएगा। इसी के साथ उनके बीच जो भी संबंध बना है उसका अंत हो जाएगा।
इस तरह साधक उच्चाटन मंत्र साधना प्रयोग करके अपना कार्य कर सकता हे ये बहुत ही शक्तिशाली मंत्र हे अगर इसकी साधना विधि विधान के साथ करोगे तो आपको जरुर सफलता मिलेगी.
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