आज हम इस पोस्ट में कामाख्या साधना के बारे में चर्चा करेंगे कोई भी तंत्र क्रिया हो कैसा भी तंत्र अगर आपको सीखना हो और उसमे आपको सफलता ना मिलती हो तो आप इस पीठ में जाकर मंत्र को या तंत्र को सिद्ध करोगे तो वो साधना सफल हो जाएगी,भारत में कई तांत्रिक लोग और अघोरी लोग इस पीठ में जाकर अपनी साधना को संपन्न करते हे,
कामाख्या माता को तंत्र की देवी मानी जाती हे अगर उसकी सिद्धि हासिल कर ली तो कोई ऐसी शक्ति नहीं हे जो आपको तंत्र में परास्त कर सके और ऐसा कोई काम नहीं हे जो माता कामाख्या से ना हो, कामाख्या पीठ में योनी के रूप में माँ कामाख्या की पूजा होती हे,अगर आपने कामाख्या साधना करके उसकी सिद्धि हासिल कर ली तो फिर आपको कोई शक्ति की साधना करने की जरुरत नहीं पड़ेगी अगर आप माता कामाख्या की सिद्धि हासिल करना चाहते हो तो आपको दृढ संकल्प और विस्वास के साथ साधना करनी पड़ेगी तो चलिए विस्तार से जानते हे कामाख्या साधना के बारे में,
मंत्र
ॐ कामाख्याम कामसम्पन्नाम कामेश्वरिम हरप्रियाम ।
कामनाम देहि मे नित्यम कामेश्वरि नमोस्तुते ||
मंत्र को सिद्ध करने का विधान
इस साधना करने से पूर्व माँ कामाख्या की अनुमति ले ले अपने इष्ट देव की अनुमती लेकर ही साधना का प्रारम्भ करे,साधना आप नवरात्री में प्रारम्भ कर सकते हे लाल वस्त्र धारण करले और आसन भी लाल रखे फिर रुद्राक्ष की माला से उपर्युक्त मंत्र का ५ माला जाप करे,सामने माँ की प्रतिमा रखे बाजोठ पर माता को भोग में ७ किसम की मिठाई अर्पित करे और चमेली के तेल दिया प्रजव्लित करे और माता को लाल कनेर के फुल और जायसून का फुल अर्पित करे,ये साधना आप ११ दिन या २१ दिन कर सकते हो जब तक आपको अनुभव ना हो तब तक साधना शुरू ही रखे पूरी श्रद्धा और विस्वास से साधना करोगे तो आपको जरुर सफलता मिलेगी,
इस तरह कामाख्या साधना करके साधक अपनी मनोकामना पूर्ण कर सकता हे और इसकी सिद्धि से कोई भी तांत्रिक कार्य कर सकता हे,माता कामाख्या के लिए कोई काम कठिन नहीं हे ये शक्ति बहुत ही बड़ी शक्ति मानी जाती हे और तंत्र की देवी मानी जाती हे इसकी सिद्धि हासिल करके आप कोई भी षट कर्म आसानी से कर सकते हो.
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