इस मंत्र का प्रयोग आप हर कार्य के लिए कर सकते हो जो कार्य आपसे बनता ना हो या किसी व्यक्ति से न बनता हो तब ये कार्य सिद्धी के मंत्र का प्रयोग करके आप रुके हुए कार्य को और बिगड़े हुए कार्य को आसानी से कर सकते हो,
बिजनेस हो या कोई कारोबार का कार्य कई सालो से अटक पड़ा हो बहुत सारी महेनत करने के बावजूद भी उस कार्य में सफलता न मिलती हो तब आपको कार्य सिद्धी के मंत्र का प्रयोग अवश्य करना चाहिए तो चलिए इस पोस्ट में विस्तार से जानते हे इस मंत्र को कैसे सिद्ध करे और इसका प्रयोग कैसे करे उसके बारे में विस्तार से चर्चा करते हे,
मंत्र
मनुष्य का धाम पृथ्वी लोका
कर्मों से हुआ प्रलोका
कार्य सिद्ध हुए जब लगी शिव की आ
पूर्ण हो गया कार्य शिव ने किया प्रकाश
पूर्ण हो गई आस
जब देवों की लगी आहट
धरती पर फिरे जब सन्तों की आहट
मनुष्य के हो गये सब ठाट
शिव की धरती शिव का त्रिशूल
कार्य सिद्धि करे बिन भूल
कार्य सिद्ध हुए सन्तन के
जब मनुष्य सन्तन बन के
शिव का बन के गुणगान करे
जय जय सिद्ध सन्तों की।
इति सिद्धम्
मंत्र को सिद्ध करने का विधि विधान
7 दिये घी के जलाओ गीले गोबर पर उनके सामने 7 मिठाई, धूप दीप ईत्र बगैरा छिड़ककर 108 बार सोमवार के दिन सिद्ध करो।
फिर जिस मनुष्य का कार्य सिद्ध करोगे आप गाय के गोबर में इस मन्त्र को भभूति पर 42 बार दोगे फिर वह गोबर में मिला देगा और अपने घर 7 दिन तक ज्योत जलायेगा।
इस तरह साधक कार्य सिद्धी के मंत्र का प्रयोग करके अपने कार्य को आसानी से कर सकते हो और किसी दुसरे का कार्य अटक पड़ा हो तो भी आप उसके कार्य को आसानी से कर सकते हो क्योकि ये शाबर मंत्र अपने आप में अद्भुत शक्ति रखता हे.
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