साधको को अपने ज्ञान के हेतु इस साधना में दे रहा हु इस विधि का उपयोग सिखने वाला साधक(जिसके पास तंत्र-मंत्र का ज्ञान नहीं हे वो) नहीं कर सकता, जो मंत्र-तंत्र में पारंगत हे और जिसके पास कोई दैवीय शक्ति हे वो साधक इस maran mantra का उपयोग कर सकता हे, ये बहुत ही तीव्र और शक्तिशाली मंत्र हे।
हम यहाँ पे जो मारण प्रयोग बता रहे हे वो सिर्फ साधक के ज्ञान हेतु बता रहे हे इसका गलत उपयोग करोगे तो खुद साधक पर पलटवार हो सकता हे।
प्राचीन काल में इसका प्रयोग दुश्मन को मारने के लिए किया जाता था पर तब जो तांत्रिक थे उसके पास कई प्रकार की सिद्धिया हुआ करती थी और वो साधक तंत्र में पारंगत हुआ करते थे ऐसे तांत्रिक ज्यादातर कामरूप देश, तारा पीठ स्मशान, काशी और गिरनार में पाए जाते थे हमने इस पोस्ट में ये साधना सिर्फ साधक के ज्ञान हेतु दी हे अगर इसमें कुछ भी गलत परिणाम आये तो इसका जिम्मेदार खुद साधक रहेगा।
मंत्र:-
काला कलुवा चोसठ वीर।
मेरा कलुवा मारा तीर।
जहा को भेजू वहा को जाए।
मांस मछी को छुवन न जाये।
अपना मारा आप ही खाए।
उलट मुठ मारू सुलट मुठ मारू।
मार मार कलुवा तेरी आस चार चौका दिया न बाती।
हमारा भेजा न जाये तो गोरा पार्वती नि दुहाय।
हमारा इतना काम ना करे तो माता का दूध पिया हराम।
साधना:-
इस मंत्र को सिद्ध करने के लिए एकांत जगह का चुनाव करे, काले वस्त्र धारण कर ले सर पर काला कपडा बांध दे, साधना अमावस्या के दिन से शुरू कर सकते हे, साधना के दरमियान सुगन्धित धुपबत्ति जलाये और गाय के घी का चारमुखी दीपक प्रज्जवलित करे फिर काले हकिक की माला से 7 माला करे ये साधना लगातार 41 दिन तक करे हररोज एक ही विधि रहेगी 41 दिन तक ये साधना करने से मंत्र परिपूर्ण रूप से सिद्ध हो जायेगा।
प्रयोग:-
जब किसी दुश्मन को मारना हो तब मन ही मन कलुवा वीर का स्मरण करे और उपर्यक्त मंत्र का 21 बार जाप करे और जिस भी व्यक्ति को मारना हे उस व्यक्ति का नाम (पूरा नाम) कलुवा को बता दे 7 दिन के अन्दर उस व्यक्ति का नाश हो जाएगा यानि की वो व्यक्ति की मौत हो जाएगी।
(इस साधना बिना गुरु के न करे और बिना वजह के इसका प्रयोग न करे अन्यथा आपका भी अहित हो सकता हे)
Maran mantra का उपयोग कर सकते हे पर दुश्मन जब हद से ज्यादा परेशांन करने लगे और कोई रास्ता ना बचे तब इसका प्रयोग करे काम जायज होना चाहिए और गुरु के मार्गदर्शन में ही करे और जब इसका मंत्र जाप होता हे या प्रयोग होता हे तब नकारात्मक उर्जा निकलती हे इसलिए सावधानी पूर्वक प्रयोग करे।
यह भी पढ़े