जब कोई साधक महाकाली की साधना या आराधना कर रहा हो तो उस साधक को पहले काली ध्यान करना चाहिए क्योकि महाकाली ध्यान करने से शक्ति जागृत होती हे और साधक का मन एकाग्र होता हे,
काली माता भारतीय हिंदू धर्म में एक प्रमुख देवी हैं और उन्हें शक्ति और विनाश की प्रतिष्ठा माना जाता है। मां काली के ध्यान से आप उनकी कृपा, साहस और विजय प्राप्त कर सकते हैं। यहां कुछ महत्वपूर्ण चरण हैं जिनका आप अनुसरण करके मां महाकाली ध्यान को कर सकते हैं:
स्थान चुनें:
एक शांत, पवित्र और तापमान में सुखी स्थान चुनें जहां आप ध्यान कर सकें। यह स्थान मंदिर, पूजा कक्ष या आपके निजी कमरे में हो सकता है।
आवाहन करें:
आप ध्यान शुरू करने से पहले मां काली को आवाहन कर सकते हैं। इसके लिए, उन्हें आपके मन में स्थान दें और श्रद्धा और समर्पण भाव से उनकी कृपा के लिए प्रार्थना करें।
आंखें बंद करें:
बैठने के बाद, अपनी आंखें बंद करें और श्वास लेने के लिए समय लें। इससे आपके मन को शांति मिलेगी और आप ध्यान के लिए तत्पर होंगे।
मन को नियंत्रित करें:
श्वास लेते समय, अपने मन को मां काली की ध्यान में लेकर आएं। शुरू में, आप उनकी मूर्ति, चित्र या उनके आवाहन की मानसिक छाया को विचार कर सकते हैं।
मंत्र जप करें:
“ॐ क्रीं कालिकायै नमः” या “ॐ ह्रीं कालिकायै नमः” जैसा मंत्र जप करें। इस मंत्र को स्पष्ट, ऊच्चारित और समर्पित भाव से जपें।
भक्ति और समर्पण करें:
ध्यान के दौरान, अपनी पूरी भक्ति और समर्पण का अनुभव करें। मां काली को आपके मन में आने दें और उनकी कृपा के लिए प्रार्थना करें।
ध्यान के बाद आशीर्वाद लें:
जब आपका ध्यान समाप्त हो जाए, ध्यान करते समय प्राप्त हुए शक्तिशाली अनुभवों को धारण करें। मां काली से आशीर्वाद मांगें और अपनी प्रार्थना समाप्त करें।
ध्यान एक नियमित अभ्यास है, इसलिए आप इसे नियमित रूप से करें और समय-समय पर अपने अनुभवों को महसूस करने के लिए इंतजार करें। मां काली के ध्यान से आपको मानसिक शक्ति, साहस और स्प्रितुअल विकास मिल सकता है।
महाकाली ध्यान
शवारूढां महाभीमां घोरदंष्ट्रां हसन्मुखीम् ।
चतुर्भुजां खड्गमुण्डवराभयकरां शिवाम्।।
मुण्डमालाधरां देवीं लोलजिह्वां दिगम्बराम्।
एवं सञ्चितयेत्कालींश्मशानालयवासिनीम् ॥
सब से पहले महाकाली का ध्यान करना ज़रुरी हे।
साधक को साधना से पूर्व महाकाली ध्यान करना चाहिए अगर कोई व्यक्ति माता काली को प्रसन्न करना चाहता हे तो उसको दिन में तीन काल ७ बार महाकाली ध्यान+ करना चाहिए और माता की प्रतिमा के सामने शुद्ध गाय के घी का दीपक प्रज्वलित करना चाहिए.
यह भी पढ़े