कभी कभी इन्सान ऐसी गंभीर बीमारी का भोग बन जाता हे की उसका इलाज डाक्टर से भी नहीं होता,आज के आधुनिक समय में कई चीजों का अविष्कार हुआ हे पर कुछ बीमारी ऐसी हे उसकी औषधि आज तक नहीं मिली हे,अगर किसी व्यक्ति को ऐसी बीमारी हे तो वो व्यक्ति हमारे दिए गई टोटका और मंत्र का प्रयोग करके गंभीर बीमारी को दूर कर सकता हे,
किसी भी बीमारी में प्रयोग नीम का मंत्र
मंत्र
पत्ते छाल तेल बगैरा
नीम वृक्ष सत्य का फल
नर नारी खाय निकल मल
नीम वृक्ष मनुष्य शरीर फल
कल्प धर्म का प्राकृति निर्भय होय
नर नारी खाये शरीर चेतन होय
शिवजी ने रची सृष्टि कल्प वृक्ष होय
पत्ते खाये छाल खाये शुद्ध शरीर होय
नर नारी नीम फल खाये औषधि दूसरी न खाय
इति सिद्धम्!!
नीम के पत्ते छाल फल खाने से शरीर की पेट की सभी गंभीर बीमारी नष्ट हो जाती हैं। जो भी नर नारी खाये इस मन्त्र को करके खाये 108 बार मन्त्र औषधि पर करें सम्पूर्ण शरीर को फायदा पहुंचेगा।
कमजोरी दूर करने के लिए
नर नारी बच्चे के अन्दर कमजोरी है उसको दूर करने के लिए अशोक के पेड़ पर जाकर पाँच बार धागे के चक्कर लगाकर बाँध दो और फिर अशोक की छाल को दूध में उबाल कर प्रतिदिन सर्दियों के अन्दर पीयो। यह विधि के करने और पीने से शरीर की कमजोरी दूर हो जायेगी।
गले में गिल्टी रोग निवारण के लिए
गले में गिल्टी रोग एक गंभीर बीमारी मानी जाती हे आप निचे दिए गई मंत्र से गिल्टी रोग का निवारण कर सकते हो,
मंत्र
शिव की छाया जो रहे मन माया
गले पर छाया तीन लोक का धाया
परमेश्वर करे अपनी माया गले पर परछाया
शिव जी का गीत गाया निर्मल हो काया
धर्म बीज उत्पन्न होकर शिव लोक में आया
जो शिव लोक में आया निर्मल हो काया
गले में गिल्टी हटे शिव की शक्ति डटे।
इति सिद्धम्!!
चन्दन पर इस मन्त्र को करते रहो और घिसते रहो और फिर लेप करो गिल्टी समाप्त हो जायेगी।
चर्म रोग निवारण के लिए
मंत्र
कृष्ण का लगा जग में दिया
पूजने चले नर नारियों का समूह
उनके अन्दर जा रहे थे चर्म रोगी घने
श्री कृष्ण जी मिले प्यार से मिले
गले मिले तभी चरम रोग मिट गया
सत्य के कारण शक्ति है धर्म की बैल
जो गावे कृष्ण जी को काया रहे निर्मल
जय जय कृष्णा देव
इति सिद्धम्!!
जोड़ों का दर्द मन्त्र
जोड़ो का दर्द भी एक गंभीर बीमारी मानी जाती हे कई बार इसका इलाज करने के बावजूद भी इसको ठीक करना मुश्किल हो जाता हे पर आप इस मंत्र के जरिये इसको आसानी से ठीक कर सकते हो,
मंत्र
ॐ शुभ्रवाणी शुभ्रवाणी,
यशस्वी पावन निर्माणी
बैठपठि बैठपठि जामिनि जड़
स्थादिरिन्तीन मनालामि
घी सिरिन्तीन पावन
पच्छतितितान्दरम् नमः नारायणी
इति सिद्धम्!!
विधि
इस मंत्र का नित्य ४१ दिन तक अपनी शक्ति अनुसार जाप करे आपको जोड़ो का दर्द हे तो वो कायम के लिए चला जायेगा,
पसलियों में दर्द का मन्त्र
मंत्र
ॐ जडस्वी पावन निर्माणी,
योगिन्द्री योग्यं निर्मामी काया नाडम्रान्ति,
योगिन्द्री फुलशतिम ब्रम्हयामी
कुन्डालिनि जाग्रति जाग्रति
इति सिद्धम्!!
देह समस्या निवारक मंत्र
मंत्र
बंध को बंध मौला मुर्तजा अली का बंध, कीड़े और मकोड़े का बंध, ताप और तिजारी का बंध,जुडी और बुखार का बंध,नज़र और गुजर का बंध, दीठ और मूठ का बंध, कीये और कराये का बंध, भेजे और भिजाये का बंध, जमीन और आसमान का बंध, घर और बाहर का बंध, पवन और पानी का बंध, वांपनि हारी का बंध, लौह कलम का बंध, बंध को बंध मौला मुर्तजा अली का बंध !!मौला मुर्तजा अली का बंध।
एड़ी से चोटी तक कच्चा डोरा नापकर सात गांठे लगाएं तथा सवा पाव मिठाई मंगाकर मुर्तजा अली के नाम से बच्चों में बांट दें और डोरा लोबान की धूनी से धूपित कर गले में बांध दें और इस समय में मंत्र जपते रहें। देह से संबंधित सभी समस्या का निवारण हो जाएगा। कोई रोग-शोक, आपदा और अभिचार कर्म उस समय तक प्रभावी नहीं होगा, जब तक डोरा गले में बंधा रहेगा।
इस तरह आप गंभीर बीमारी को दूर करने के लिए हमारे दिए हुई टोटके और मंत्र का प्रयोग करके गंभीर बीमारी से छुटकारा पा सकते हो.
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