आज में आपके समक्ष चतुर्थ मुखी रुद्राक्ष को कैसे सिद्ध करते हे और उसका क्या मंत्र हे उसके बारे में विस्तार से चर्चा करूँगा,इस रुद्राक्ष को सिद्ध करके फिर धारण करने से आपको कई प्रकार के फायदे होंगे,मन की शांति के लिए,शरीर स्वाश्थ्य के लिए ये रुद्राक्ष आपको कारगर साबित हो सकता हे,इस रुद्राक्ष को धारण करने से घर में शांति पैदा होगी कलेश रहित घर बन जायेगा,आपकी हर मनोकामना पूर्ण हो जाएगी,अगर आप कोई बिजनेस कर रहे हो और उसमे फायदा मिल ना रहा हो तो इस रुद्राक्ष सिद्ध करके धारण करने से आपको बिजनेस में भी फायदा मिलना शुरू हो जायेगा,
तो चलिए विस्तार से जानते हे चतुर्थ मुखी रुद्राक्ष कैसे सिद्ध करते हे उसकी विधि क्या हे उसके बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे,
मंत्र
चतुर्थ वेद ब्रह्मा की माया
त्रिलोक से चतुर्थ मुखी आया
पुण्य पृथ्वी पुण्य हो माया
ब्रह्म लोक में झूला बनाया
शिव लोक की है माया
जगत में सत की माया
उल्टा ओढ़े सीधी दिखे काया
भजन करने भगत चले कलयुग की माया गाये
नित्य नित्यम् चतुर्थ मुखी रुद्राक्ष
भजे शुद्ध हो काया
ब्रह्म लोक की माया
जो नर सन्तोष रखे सब कुछ समाया
पूर्ण हो काज शिव की जो जाय माया
त्रिलोक से चतुर्थ मुखी रुद्राक्ष आया हु
श्री शिव की हो माया
इति सिद्धम्
सिद्ध करने का विधि विधान
ये रुद्राक्ष पूर्ण परमेश्वर की गति धारण करने वाली है। इसे शुद्ध करके पहने सोमवार के दिन इस मन्त्र को भजो ओर 108 बार पाठ करके धारण करो और धारण करने के बाद मनन करो।
इस मंत्र का जाप आप हररोज पूजापाठ के समय भी कर सकते हो कम से कम ११ बार जाप हररोज करे आपको बहुत फायदा होगा,इस तरह आप चतुर्थ मुखी रुद्राक्ष सिद्ध कर सकते हो और गले में धारण कर सकते हो.
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