इस साधना से आप किसी की चोकी,किया कराया, भुत-प्रेत,डाकिनी-शाकिनी,जिन्न-जिन्नात, खविश,चुडेल प्रेतनी सबको आसानी बाँध सकते हो इसके प्रभाव को आसानी से दूर कर सकते हो,ये मंत्र भुत प्रेत जाड़ने का बंगाली शाबर मंत्र हे और बहुत ही शक्तिशाली मंत्र हे,
तो चलिए विस्तार से जानते हे इस भुत प्रेत जाड़ने का बंगाली शाबर मंत्र कैसे सिद्ध किया जाता हे और इसका प्रयोग कैसे किया जाता हे उसके बारे में विस्तार से चर्चा करते हे,
मंत्र
ॐ नमो आदेश गुरु । घोर-घोर, काजी की कुरान घोर, मुल्ला की बांग घोर, रेगर की कुण्ड घोर, धोबी की चूण्ड घोर, पीपल का पान घोर, देव की दीवाल घोर । आपकी घोर बिखेरता चल, पर की घोर बैठाता चल ।
वज्र का कीवाड़ जोड़ता चल, सार का कीवाड़ तोड़ता चल । कुणकुण को बन्द करता चल-भूत को, पलीत को, देव को, दानव को, दुष्ट को, मुष्ठ को, चोट को, फेट को, मेले को, धरले को, उलके को, बुलके को, हिड़के को, भिड़के को, ओपरी को, पराई को, भूतनी को, डंकनी को, सियारी को, भूचरी को, खेचरी को, कलुवे को, मलवे को, उन को,
मतवाय को, ताप को, पीड़ा को, साँस को, काँस को, मरे को, मुसाण को । कुण-कुण-सा मुसाण – काचिया मुसाण, भुकिया मुसाण, कीटिया मुसाण, चीड़ी चोपड़ा का मुसाण, नुहिया मुसाण – इन्हीं को बन्ध कर, ऐड़ो की ऐड़ी बन्द कर, जाँघ की जाड़ी बन्द कर, कटि की कड़ी बन्द
कर, पेट की पीड़ा बन्द कर, छाती को शूल बन्द कर, सर की सीस बन्द कर, चोटी की चोटी बन्द कर । नौ नाड़ी, बहत्तर रोम-रोम में, घर-पिण्ड में दखल कर । देश बंगाल का मनसा राम सेबड़ा आकर मेरा काम सिद्ध न करे, तो गुरु उस्ताद से लाजे । शब्द सांचा, पिण्ड काचा, फुरो मन्त्र, ईश्वरो वाचा
मंत्र को सिद्ध करने का विधान
ये साधना २७ दिन की हररोज २७ बार जाप करना हे और अष्टगंध से २७ बार आहुति देंनि हे ये क्रिया आपको लगातार २७ दिन तक करनी हे,मंत्रजाप के दरमियाँन सुगन्धित अगरबत्ती जलाये और सुगन्धित इत्र का छिडकाव करे,इस तरह साधना करने से आपका मंत्र सिद्ध हो जायेगा,
जब किसी व्यक्ति पर किया कराया हो किसी ने काला जादू कर दिया हो तो या कोई भी प्रेत आत्मा का छाया हो तो उस व्यक्ति को पानी अभिमंत्रित करके पिला दे वो व्यक्ति ठीक हो जायेगा और इस भुत प्रेत जाड़ने का बंगाली शाबर मंत्र को साल में एकबार अवश्य सिद्ध कर ले,इसको आप ग्रहण काल या किसी शुभ अवसर पर सिद्ध कर सकते हो.
यह भी पढ़े