आज में साधक मित्रो के लिए शत्रुओं से छुटकारा पाने का सरल प्रयोग और उसकी विधि लेकर आया हु, इस प्रयोग से आप शत्रु का नाश कर सकते हो और शत्रु से छुटकारा पा सकते हो,
अगर आपका शत्रु आपको हद से ज्यादा हेरान परेशान करने लगे तो आपको इस प्रयोग को अवश्य करना चाहिए इस प्रयोग को करने से आपका शत्रु बिलकुल शांत हो जाता हे,
तो चलिए विस्तार से जानते हे शत्रुओं से छुटकारा पाने के लिए इस विधि को कैसे करे और उसका विधान क्या हे उसके बारे में विस्तार से चर्चा करते हे,
इस प्रयोग से एक बार से ही शत्रु शांत हो जाता है और परेशान करना छोड़ देता है पर यदि जल्दी न सुधरे तो सात बार तक प्रयोग कर सकते हैं।
ये प्रयोग शनी, राहु एवं केतु ग्रह पीड़ित लोगों के लिए भी बहुत फायदेमंद है।
इसके लिए किसी भी मंगलवार या शनिवार को भैरवजी के मंदिर जाएँ और उनके सामने एक आटे का चौमुखा दीपक जलाएं। दीपक की बत्तियों को रोली से लाल रंग लें। फिर शत्रु या शत्रुओं को याद करते हुए एक चुटकी पीली सरसों दीपक में डाल दें। फिर निम्न श्लोक से उनका ध्यान कर २१ बार निम्न मन्त्र का जप करते हुए एक चुटकी काले उड़द के दाने दिए में डाले।
फिर एक चुटकी लाल सिंदूर दिए के तेल के ऊपर इस तरह डालें जैसे शत्रु के मुंह पर डाल रहे हों। फिर ५ लौंग ले प्रत्येक पर २१-२१ जप करते हुए शत्रुओं का नाम याद कर एक एक कर दिए में ऐसे डालें जैसे तेल में नहीं किसी ठोस चीज़ में गाड़ रहे हों। इसमें लौंग के फूल वाला हिस्सा ऊपर रहेगा।
फिर इनसे छुटकारा दिलाने की प्रार्थना करते हुए प्रणाम कर घर लौट आएं।
इस तरह साधक शत्रुओं से छुटकारा पाने के लिए हमारे बताये गई प्रयोग को कर सकता हे और शत्रु से छुटकारा पा सकता हे.
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