मसाणी bhairav vashikaran साधना बहुत ही तीव्र और खतरनाक भी हे,भैरव की कोई भी साधना हो उसकी साधना ज्यादातर स्मशान में ही होती हे,ठीक वेसी तरह ये साधना स्मशान में करनी हे ये वशीकरण साधना इतनी खतरनाक हे की सामने वाला व्यक्ति लड़का हो या लड़की पागल की तरह चाहने लगता हे और ये मंत्र कम समय में अपना प्रभाव दिखाना शुरू कर देता हे।
इस मंत्र का उपयोग ख़राब काम के लिए करोगे तो इसका परिणाम साधक को ही भुगतना पड़ता हे,ये मंत्र इतना शक्तिशाली हे की पत्थर दिल भी पिघल जाता हे और साधक के वश में हो जाता हे,क्योकि ये प्रचंड वशीकरण साधना हे जब साधक सब जगह से हार गया हो और कोई रास्ता न बचे तब इसका प्रयोग करना चाहिए और वो भी जायज काम के लिए ही करे।
ये मंत्र इतना शक्तिशाली हे की जिस पर प्रयोग किया हे वो चाहे मिलो दूर भले ना हो या सात समुंदर दूर बैठा हो तो भी ये मंत्र उसको खीच के लाता हे साधक की और, ये साधना सिर्फ तीन दिन की हे पर इसमें बहुत सावधानी बरतना जरुरी हे क्योकि जरा सी चुक साधक की जान ले सकती हे इस साधना को आप गुरु की देखरेख में करेंगे तो ये साधना सफल होती हे और आरामदायक पूर्ण भी हो जाती हे, हमारा उद्देश्य ये हे की हर साधक को सही ज्ञान देना और सटीक विधि देना हम दुसरे की तरह नहीं कहेंगे की ३ घंटे में वशीकरण कर दूंगा हमारे पास जो माहिती हे जो विधि हे वो हम यहाँ आपको दे रहे हे और इसका इस्तेमाल करके आप अपना जीवन सुखमय बना सकते हे।
मंत्र
ॐ नमः आदेश गुरु को, गूगल धुप की धुँआ, धार देखु पल में।
शक्ति तरस रात्रि को, टुटा तारा, टुटा भैरव बापा, काला नगर गुड़ मंत्र पढ़े।
उसको घर में चक न बहार चक, फिर फिर देखे हमारा मुख।
सेवे जिव मुवत सेवे मसान हमसे आकुल व्याकुल।
जाती हनुमंत की आन, हमे छोड़ और के पास जाय पेट फाड्।
तुरंत मर जाये, सत्यनाम आदेश गुरुका।।
सामग्री:-
काले हकीक की माला, बकरे की कलेजी, दारू की बोतल काला आसन, गूगल लोबान का धुप।
विधी:-
bhairav vashikaran साधना मंगलवार से प्रारम्भ होगी, मंगलवार के दिन रात के 12 बजे स्मशान में जाना हे कोई ऐसा स्मशान ढूंढे की वो जाग्रत हो, वस्त्र काले, सर पर काला कपडा बांध दे, उत्तर दिशा की तरफ मुख करके बेठ जाये, सुरक्षा घेरा बनाले बकरे की कलेजी और दारू की बोतल अपने पास रखे गूगल और लोबान का धुप जलाये फिर गणेशजी का पूजन करे, अपने कुलदेव की एक माला करे, उसके बाद उपर्युक्त मंत्र की 21 माला करे ये विधी लगातार तीन दिन तक करे विधी एक ही रहेगी।
साधना पूरी हो जाने के बाद दारू की बोतल और बकरे की कलेजी भैरव बाबा को भोग के रूप में अर्पित करे, साधना के आखरी दिन आप जिसे वशमे करना चाहते हो चाहे वो लड़का हो या लड़की उसका पूरा नाम और उसकी माता का नाम भैरव बाबा को बतादो सिर्फ 11 दिन के अंदर-अंदर वो आपसे मिलने के लिए तड़प उठेगी (साधना के दरमियान जो साधन सामग्री बचे वो जल में प्रवाहित कर दे)
मसाणी bhairav vashikaran साधना सिद्ध हो जाने के बाद साधक को साल में एक बार शुभ मर्हुत पर उपर्युक्त मंत्र की ५१ माला करनी पड़ेगी क्योकि इस मंत्र को जाग्रत करना जरुरी हे आप नरक चतुर्दशी या ग्रहण काल में भी मंत्र जाप कर सकते हे अगर साधक इस साधना का गलत उपयोग करेगा तो ये साधना नष्ट हो जाएगी उल्टा साधक पर पलटवार हो सकता हे क्योकि ये साधना स्मशान भैरव की हे,सावधानी पूर्वक काम करोगे तो कठिन से कठिन काम भैरव बाबा कर देंगे इस साधना का गलत उपयोग कदापि ना करे।
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