जब किसीको बिच्छू काटता हे तो बहुत ही दर्द होता हे जिस जगह पर काटता हे उस जगह पर बहुत जलन होती हे कभी कभी सारवार ना मिलने से रोगी के प्राण भी जा सकते हे ऐसे समय में ये Bicchu ka vish उतारने का मंत्र रामबाण साबित होता हे।
शाबर मंत्र से हमने कई बार बिच्छू का विष उतारा हे और सफलता भी मिली हे,वेद और ग्रन्थ में बिच्छु का जहर उतारने का उपाय लाखो मोजूद हे पर आज के समय में तो इसकी दवा उपलब्ध हे तो किसीको अगर बिच्छू काट ले तो पहले अस्पताल चले जाए और वहां जाके सारवार कर सकते हे क्योकि अब इस समय में बिच्छू का विष उतारने वाले तांत्रिक बहुत ही कम मिलते हे।
यहाँ मेने शाबर मंत्र की विधि बताई हे उस विधि से भी बिच्छू का विष उतार सकते हे पर सिद्धि मिल जाने के बाद बिना सिद्धि के इसका प्रयोग ना करे, अगर हो सके तो गुरु के मार्गदर्शन में ही इस साधना को सम्पन्न करे ताकि साधना विफल न हो जब इस मंत्र का आप पहली बार उपयोग करे तब भी गुरु को साथ रखे जो इस विद्या में पारंगत हो आपसे कोई भूल हो जाये या बिच्छु का विष ना उतरे तो वो गुरु बिच्छू का विष उतार सके।
इस पोस्ट में हम विस्तार से जानेंगे की शाबर मंत्र से कैसे बिच्छू का विष उतारते हे।
मंत्र:-
“ॐ सरह स्फुः । ॐ हिलिमिलि चिलिस्फुः । ॐ
हिलि हिलि मिलि चिलिस्फुः । । ब्रह्मणे स्फुः सर्वेभ्यो
देवेभ्यः स्फुः”।।
साधना:-
उपर्युक्त मंत्र होली के दिन या दीपावली के दिन सिद्ध कर सकते हे, होली या दीपावली के दिन आप रात 12 से लेकर 4 बजे तक ऊपर दिए गई मंत्र का पाठ करे यानि की उसका जाप करे मंत्र सिद्ध हो जायेगा।
प्रयोग:-
जब कोई भी व्यक्ति को बिच्छू काटे तब उस व्यक्ति के जिस अंग पर बिच्छू काटा हे उस अंग पर 7 बार मंत्र पढ़कर फूंक मार दे बिच्छू का विष उतर जायेगा या ७ बार पानी को अभिमंत्रित करके रोगी को पिला देने से भी बिच्छू का विष तत्काल उतर जाता हे।
ऐसे कई तांत्रिक अभी हे जो चुटकी में बिच्छू का विष उतार देते हे क्योकि Bicchu ka vish उतारने का मंत्र उसने सिद्ध किया होता हे पर जो सच्चे तांत्रिक हे उसकी पहचान करना मुश्किल हे, आज के समय में सब पैसे की लालच में तांत्रिक बन रहे हे और गरीब और मजबूर इन्सान का फायदा उठा रहे हे।
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