Durga mata ka mantra बहुत ही शक्तिशाली और सात्विक मंत्र हे इस मंत्र का जाप हरकोई कर सकता हे इस मंत्र की सिद्धि से साधक की हर मनोकामना पूरी माता दुर्गा करती हे,
अगर कोई शारीरिक बीमार हे कोई विधार्थी का पढाई में ध्यान नहीं रहता तो उसके लिए ये मंत्र रामबाण इलाज हे,इस मंत्र के जाप से घर का वातावरण शुद होता हे घर से कलेश दूर हो जाता हे,
तो चलिए इस मंत्र का जाप कैसे करे और उसका विधि विधान क्या हे उसके बारे में विस्तार से जानेंगे.
मंत्र
सर्व मंगल मांगल्ये
शिवे सर्वार्थ सांधिके,
शरण्ये त्रयम्बके गौरी,
नारायणी नमोस्तुते!!
विधि
इस मंत्र को सिद्ध करने के लिए कोई भी रविवार या मंगलवार के दिन साधना की शरूआत करे,वेसे तो इस मंत्र को सिद्ध करने की साधक को कोई जरुरत नहीं क्योकि इसके जाप से ही साधक को असर दिखना शुरू हो जायेगा,
ये मंत्र इतना शक्तिशाली हे की इस मंत्र के प्रभाव से ही साधक के और उसके परिवार के सब कष्ट दूर हो जायेंगे,शरीर का स्वास्थय के लिए ये मंत्र बहुर कारगर साबित होता हे अगर कोई कई सालो से बीमार हे और उसका इलाज कही नहीं हो रहा हे तो उसके लिए ये मंत्र रामबाण साबित होता हे,
जब इस मंत्र का जाप करने बैठो तब एक तेल का दीपक जलाये और सुगन्धित धूपबत्ती जलाये फिर माता दुर्गा को अपने मन की इच्छा बताये फिर मंत्रजाप शुरू करे,हररोज इस मंत्र का जाप करने से रोजी-रोटी धंधे-रोजगार में बरकत होती हे,साधक का गुस्सा बिलकुल शांत हो जाता हे घर के सारे सदस्य प्रेम-भाव से रहने लगते हे और माता दुर्गा की कृपा दृष्टी साधक पर बनी रहती हे,
Durga mata ka mantra कोई भी साधक जाप कर रहा हो तो उसको जुठ बोलना नहीं चाहिए अगर साधक जूठ बोलेगा तो माता की कृपादृष्टि साधक को नहीं मिलती हे.
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