आज के समय में सभी जगह पर वशीकरण मंत्र देखने को मिल जाते हे पर वो आधा अधुरा होता हे,सही विधि विधान न होने से साधक वशीकरण की साधना करने में असमर्थ रहते हे जिससे वो वशीकरण कार्य नहीं कर पाते,आज में इस पोस्ट में Muslim vashikaran शाबर मंत्र के बारे में विस्तार से बताऊंगा ताकि साधक साधना में सफल हो सके और वशीकरण कार्य को अंजाम दे सके.
मंत्र
लाइलाहइल्लिल्लाह धरती से आसमान तक लाइलाह इल्लिल्लाह अर्श से कुर्सी तक लाइलाल्लिल्लाह लौह से कलम तक लाइलाह इल्लिल्लाह मुहम्मद रसूलिल्लाह अमुके अमुकी के बेटे को मेरे वश्य कर।
विधि-
इस मंत्र को २१ दिन प्रतिदिन १४४ बार पढ़ के सिद्ध कर ले विधि विधान एक ही रहेगा सिर्फ २१ दिन की ही साधना हे २१ दिन में ये साधना सफल यानि की सिद्ध हो जाती हे,मेने जो पहले मंत्र में ब्रह्मचर्य का पालन करने को बोला था वेसे ही साधक को इस मंत्र की सिद्धि के लिए ब्रह्मचर्य का पालन करना जरुरी हे.
प्रयोग
मिठाई या जल पर ११ बार पढ़ जिसे खिलादे वो वश हो जाता हे।
साधक इस Muslim vashikaran में से एक को सिद्ध करके अपना कार्य कर सकता हे पर ध्यान ये रखे की इसका गलत उपयोग नहीं करना हे अन्यथा उसका गलत परिणाम खुद साधक को भुगतना पड सक्ता हे और जब कोई मुस्लिम पर्व आये तब उपर्युकत मंत्र को अवश्य जाप करे ताकि मंत्र जागृत रहे.
मंत्र २
अल्लाहु अल मदद।
विधि
उपर्युक्त मंत्र को सिद्ध करने लिए साधना शुक्रवार से प्रारंभ करे,स्वच्छ और स्नानादिक होके रात ११:०५ बजे साधना का प्रारम्भ करे,वस्त्र सफ़ेद रंग के पेहेंन ले सर पर सफ़ेद कपडा भि बांध ले फिर उपर्युक्त मंत्र कि २१ माला करे,साधना के दरमियाँन सुगन्धित धूपबत्ती जलाये और लोबान का धुप भी करे,
ये साधना ४१ दिन की साधना हे ४१ दिन तक ब्रह्मचर्य का पालन करे वरना साधना निष्फल हो जाएगी.
प्रयोग
एक बार बिस्मिल्ला पढके हजार बार मंत्र को पढ़े आदि अंत में ग्यारह दरूद पढ़े फिर दोनों हाथ की हथेली पर ११ बार मंत्र दम कर दोनों हाथों से बड़े जोर से पृथ्वी पर मारकर कहे या अल्लाह अमुके कू मेरे वशकर।
इस तरह साधक Muslim vashikaran का प्रयोग करके किसी भी व्यक्ति को अपने अनुकूल बना सकता हे.
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