धन की प्राप्ति के लिए शास्त्रों में आपको बहुत सारी साधना मिल जाएगी पर आज में यहाँ जो मंत्र दे रहा हु वो मंत्र अति प्राचीन शाबर मंत्र हे,नवनाथ और सिद्ध ८४ भी इस मंत्र की सिद्धि करते थे और वो अपने सिष्य को भी इस मंत्र की सिद्धि करवाते थे,में यहाँ इस पोस्ट के जरिये महालक्ष्मी मंत्र साधना देने वाला हु जिसकी साधना करके आप महालक्ष्मी की कृपा दृष्टी पा सकते हो,
धन की प्राप्ति के लिए महालक्ष्मी की साधना की जाती हे महालक्ष्मी दस महाविधा में १० वे स्थान पर हे महालक्ष्मी को कमला भी कहा जाता हे,महालक्ष्मी वेसे हर कार्य करने में सक्षम हे,महालक्ष्मी की तात्रिक साधना करके अघोरी और तांत्रिक काला जादू भी करते हे,
तो चलिए विस्तार से जानते हे महालक्ष्मी मंत्र साधना कैसे की जाती हे और उसकी विधि क्या हे उसके बारे में चर्चा करेंगे.
मंत्र
विष्णु भरे भण्डार महालक्ष्मी आवे
महालक्ष्मी बताये विष्णु भेद भावे
विष्णु की चली सवारी संग बैठी महालक्ष्मी प्यारी
यन्त्र बनाकर दिया जगत को धन से भरे भंडार क
देवता चले स्वर्ग से इन्द्रदेव बने धनवान
विष्णु जी का लगा दरबार महालक्ष्मी आई बारम्बार
सत का पहिया चले जगत लक्ष्मी यन्त्र बहता रहे
जो नर नारी महालक्ष्मी यन्त्र पहने,
धन धान्य से भरपूर होवे
कल्याण हो जगत का नर नारी धनवान होंवे
जय लक्ष्मी देवी!!
मंत्र को सिद्ध करने का विधि विधान
इस मंत्र को सिद्ध करने के लिए साधना २१ दिन की होगी,साधना का प्रारम्भ शुक्रवार से करे एकांत कमरे में एक बाजोठ पर लाल वस्त्र बिछा दे और उस पर माता लक्ष्मी की प्रतिमा स्थापित करे,माता को पहले दिन सात्विक भोग लगाये और हो सके तो एक कमल का फुल अर्पित करे फिर कमलगट्टे की माला से उपर्युक्त मंत्र की एक माला करे,साधक को दिन में तीन प्रहर एक एक माला जाप करना हे,
साधना के दरमियान २१ दिन तक एक टाइम ही भोजन करे,सात्विक भोजन ही ग्रहण करे और मांस दारू से दूर रहे,जिस कमरे में साधना कर रहे हे उस कमरे में ही सो जाये और भूमि शयन करे,२१ दिन तक पूर्ण श्रद्धा और विस्वास से माता की साधना करे,
उपर्युक्त महालक्ष्मी मंत्र की सिद्धि मिल जाने के बाद साधक यन्त्र को भी इस मंत्र से सिद्ध कर सकता हे यन्त्र को सिद्ध करके आप गले में भी धारण कर सकते हो,आपकी दुकान हे और अच्छे से नहीं चलती तो आप यन्त्र को सिद्ध करके दुकान में रख सकते हो.
महालक्ष्मी यन्त्र
इस तरह साधक महालक्ष्मी मंत्र साधना करके माता की कृपा दृष्टी और माता के आशीर्वाद प्राप्त कर सकता हे.
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