शत्रुता नाश के लिए मेने मेरी साईट पर बहुत सारी साधना दे रखी हे और यहाँ जो में एक शक्तिशाली साधना लेकर आया हु जिसकी सिद्धि करके आप शत्रु का नाश कर सकते हो, इस साधना का प्रयोग तब किया जाता हे जब आपका शत्रु आपको हद से ज्यादा हेरान परेशान करने लगे और आपको तबाह करने की कोशिश करे तब आपको इस साधना का प्रयोग करना चाहिए,
शत्रुता नाश के लिए महाकाली मारण मंत्र, हनुमान मारण मंत्र और बगलामुखी के तीव्र मंत्र का प्रयोग कर सकते हो, तामसिक क्रिया करके आप शत्रु नाश और शत्रु मारण मंत्र की सिद्धि कर सकते हो और शत्रु का विनाश कर सकते हो,
तो चलिए विस्तार से जानते हे शत्रु नाश के लिए इस मंत्र की सिद्धि कैसे करते हे और इसका प्रयोग कैसे करते हे उसके बारे में विस्तार से चर्चा करते हे,
मंत्र
बयरु नकर काहू सन कोई। राम प्रताप विषमता खोई ॥
मंत्र को सिद्ध करने का विधि विधान
इस मंत्र की सिद्धि के लिए साधक को २१ दिन तक साधना करनी पड़ेगी, साधना का प्रारम्भ मंगलवार से करे और लाल चन्दन की माला से उपर्युक्त मंत्र की २१ माला करे साधना के दरमियाँन आपको गूगल की धुनी करनी हे और एक चमेली के तेल का दीपक प्रज्वलित करना हे ऐसा करने से मंत्र सिद्ध हो जायेगा,
प्रयोग
जब आप किसी भी शत्रु नाश करना चाहो तब आपको शत्रु के पैर की मिटटी लेंनि हे और उस मिटटी के अन्दर थोड़ी स्मशान की राख रखनी हे फिर उपर्युक्त मंत्र से ५१ बार उस मिटटी को अभिमंत्रित करना हे फिर उस राख को आग में तपाना हे जितना ज्यादा आप राख को तपाओगे उतना ज्यादा शत्रु हेरान होगा और उसका नाश हो जायेगा,
इस तरह साधक शत्रुता नाश के लिए इस मंत्र की सिद्धि करके शत्रु का नाश कर सकता हे.
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