किसी पर मारण क्रिया करना कोई अच्छी बात नहीं हे पर हम आपके ज्ञान हेतु इस साधना को लेकर आये हे वेसे ये साधना करना कोई बच्चो का भी खेल नहीं हे जिसके पास कोई शक्ति हे जिसने पहले कोई साधना कर राखी हे वो ही इस साधना को कर सकता हे ये खडग मारण मंत्र साधना बहुत ही शक्तिशाली साधना और तामसिक साधना हे अगर इस साधना में कोई चुक रह गई तो खुद साधक के प्राण को भी खतरा हो सकता हे,
इस साधना करने से पहले अपने गुरु और अपने इष्ट देव की इज़ाज़त ले ले फिर इस साधना का प्रारम्भ करे,ये साधना स्मशान भूमि पर की जाती हे तो चलिए विस्तार से जानते हे खडग मारण मंत्र साधना के बारे में इसकी सिद्धि कैसे होती हे और इसका प्रयोग कैसे किया जाता हे,
मंत्र
ॐ क्रीं क्रीं खड्गिनी खड्गधारिणी महाकाली अमुकं नाशय नाशय सर्व शत्रु निस्तेज कुरु कुरु क्रीं क्रीं खड्गिनी फट।
मंत्र को सिद्ध करने का विधान
स्मशान में जाकर सफ़ल कागज़ पर अनार की कलम से काले काजल से महाकाली का खडग बनाये और उस पर अपने दुश्मन का पूरा नाम लिख दे फिर तीली के तेल का दीपक प्रज्वलित करके उपर्युक्त मंत्र की ३ माला करे और जहा मंत्र में अमुक शब्द आता हे वहा अपने दुश्मन के नाम का उच्चारण करे ये क्रिया आपको लगातार २१ दिन तक एक ही समय में करनी हे,इस क्रिया को अगर सही विधि विधान के साथ करोगे तो आपका काम १००% हो जायेगा पर ये ध्यान रखे की इसका प्रयोग वेसे ही किसी पर करने से पलटवार भी हो सकता हे,सब जगह से आप हताश हो गए हो और आपका शत्रु आपको बहुत ज्यादा हेरान परेशांन करने लगा हो तब जाके ही इसका प्रयोग करे और अपने गुरु के मार्गदर्शन या उसकी देखरेख में इसका प्रयोग करे,
इस तरह साधक खडग मारण मंत्र साधना करके अपने दुश्मन को मार सकता हे और दुश्मन से छुटकारा पा सकता हे.
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