माँ दुर्गा शप्तशती की विशेष पूजा नवरात्री काल में होती हे अगर आप नवरात्रि में ये साधना करोगे तो आपको ९ दिन में सिद्धि हासिल हो सकती हे और आप नवरात्री के अलावा इस साधना को करोगे तो आपको ४१ दिन तक माँ की साधना करनी पड़ेगी,दुर्गा शप्तशती मंत्र बहुत ही प्रचंड और दुर्लभ हे,
में यहां जो दुर्गा शप्तशती मंत्र लेकर आया हु उसकी सिद्धि करके आपको सुख समृद्धि और सौभाग्य की प्राप्ति कर सकते हो,
तो चलिए विस्तार से जानते हे दुर्गा शप्तशती मंत्र को सिद्ध कैसे करते हे और उसका विधि विधान क्या हे उसके बारे में विस्तार से चर्चा करते हे,
मंत्र
दुर्गा अध्यागुणम प्रमेश्वरियम अभ्युत्याथनम
मनु प्रियाणु जप आधरिकम उपवणम परिकिर्याणुजम
धार्मिककम उत्त्थाननम पार्वणियम भुवनेश्वरम्
परिभरमणाय अध्याव्याक्तियम सुक्षाणु वियम
परिध्याक्तय सैहष्णु वियम प्रमाणम धरातलम
पक्षिक्षणीयम विध्यम परिमेषवणम ध्याक्यावतय क
भुषणु वियम ध्याक्तय उपस्थनम मार्गाण्डा
दर्शियम उध्धार व्याक्षीया अणुमणय पार्धिवीय!!
मंत्र को सिद्ध करने का विधि विधान
साधना का प्रारम्भ रविवार से करे साधना ४१ दिन तक करे,एक बाजोथ लेकर उस पर लाल कपडा बिछा दे और उस पर माँ की प्रतिमा को स्थापित करे फिर हाथ में जल लेकर दृढ संकल्प ले,माँ को अपने हिसाब से सात्विक भोग लगाये और ब्रह्म्मुर्हुत में उपर्युक्त दुर्गा शप्तशती मंत्र की ३ माला करे,फिर शाम के समय माँ के सामने दीपक प्रज्वलित करे और गूगल लोबान का धुप करे और फिर एक माला करे,साधना से पूर्व आप गुरु पूजन और गणेश पूजन भी कर सकते हो,४१ दिन तक मन में पुरे विस्वास और श्रद्धा के साथ साधना करे,मांस मदिरा का सेवन ना करे पराई स्त्री से दूर रहे जुट ना बोले,
माँ दुर्गा शप्तशती का कल्याणकारी मंत्र
मंत्र
सर्वमंगलमांगल्ये शिवे सर्वार्थसाधिके।
शरण्ये त्र्यम्बके गौरी नारायणि नमोस्तु ते।
इस मंत्र की आप सुबह और शाम एक एक माला कर सकते हे इस मंत्र से घर में शांति का स्थापन होगा,
सौभाग्य और आरोग्य के लिए करे इस दुर्गा शप्तशती मंत्र का जाप
देहि सौभाग्यमारोग्यं देहि मे परमं सुखम्।
रूपं देहि जयं देहि यशो देहि द्विषो जहि।।
इस मंत्र का जाप आपको नदी तट पर बैठकर करने से आपको कई गुना फायदा होता हे कम से कम ४१ दिन का संकल्प लेकर मंत्रजाप करने से सारे रोग खत्म हो जायेंगे और सौभाग्य की प्राप्ति होगी.
इस तरह आप ४१ दिन तक दुर्गा शप्तशती मंत्र की साधना करके माँ की सिद्धि हासिल कर सकते हो और उसके आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हो.
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